नई दिल्ली, 2 जुलाई। अफगानिस्तान के जलालाबाद में बीते दिन एक आत्मघाती हमले में मारे गए सिख और हिन्दू समुदाय के लोगों के परिजनों और सिख गुरुद्वारा कमेटी के मेंबर्स ने नई दिल्ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। इस आत्मघाती हमले में सिखों और हिंदुओं समेत 19 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी।
इस मामले में अफगान सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट में 20 लोग घायल हुए हैं। ये आत्मघाती धमाका उस परिसर के बाहर हुआ, जहां अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी रविवार को एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। सिख और हिन्दुओं की एक कमेटी इस बैठक के दौरान अशरफ गनी से मुलाकात करने वाली थे।
यहां राष्ट्रपति अशरफ गनी बैठक कर रहे थे। उन्होंने एएफपी को बताया कि 19 मृतकों में से 12 सिख और हिंदू हैं। 20 अन्य लोग घायल भी हो गये हैं। इस मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि, अफगान राष्ट्रपति से मिलने जा रहे सिखों और अन्य लोगों के प्रतिनिधिमंडल पर आईएसआई द्वारा घातक हमला किया गया।
विश्व समुदाय से खतरे को खत्म करने के लिए आतंकवादी और बुरी शक्तियों के खिलाफ वैश्विक समुदाय को एक आवाज में उछाल देनी होगी। मेरी सरकार पीड़ितों और उनके परिवारों को हर संभव मदद मुहैया करवाएगी।