महोबा (उप्र), 20 फरवरी महोबा शहर में कथित रूप से रंगदारी वसूलने से परेशान एक अधिवक्ता के आत्महत्या मामले में मुख्य आरोपी और गैंगस्टर छत्रपाल यादव के मकान से पुलिस ने शनिवार को पांच लाइसेंसी बंदूकें बरामद की हैं।
महोबा शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अनूप कुमार दुबे ने बताया, "शनिवार दोपहर बाद पुलिस की छापेमारी में अधिवक्ता मुकेश पाठक के आत्महत्या मामले के मुख्य आरोपी, गैंगस्टर और पूर्व ब्लाक प्रमुख छत्रपाल सिंह यादव के महोबा शहर स्थित मकान में छापेमारी के दौरान पांच लाइसेंसी बंदूकें बरामद की गई हैं, जिनमें छत्रपाल के नाम एक नाली बंदूक (एसबीबीएल) और उसकी पत्नी के नाम एक राइफल एवं एक पिस्तौल, चचेरे भाई की पत्नी नीलम के नाम एक राइफल और उसके साले आनन्द मोहन यादव के नाम जारी एक राइफल शामिल है।''
उन्होंने बताया, "छत्रपाल के खिलाफ विभिन्न थानों में 26 आपराधिक मुकदमे पहले से दर्ज हैं, इसके बाद भी उसे और उसके परिजनों को शस्त्र लाइसेंस कैसे जारी किए गए, इसकी जांच की जा रही है और इन्हें निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।"
गौरतलब है 13 फरवरी की रात 60 लाख रुपये की रंगदारी कथित रूप से वसूलने से परेशान वरिष्ठ अधिवक्ता मुकेश पाठक ने अपने समदनगर स्थित निजी मकान में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इस सिलसिले में पुलिस ने रविवार को छत्रपाल, उनके भतीजे विक्रम, साले आनन्द मोहन यादव और सहयोगी रवि सोनी, अंकित सोनी, मनीष चौबे और अभय प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। साथ ही इन सभी के खिलाफ बुधवार को गैंगस्टर अधिनियम के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
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