महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर वर्षा की दीवार पर अपशब्द लिखने का मामला सामने आया है। ख़बरों कि मानें तो सीएम हाउस पर 'हू इज उद्धव ठाकरे, बीजेपी रॉक्स और फड़नवीस रॉक्स' जैसे शब्द लिखे गए हैं। बता दें कि महाराष्ट्र सीएम आवास अभी कुछ दिन पहले ही देवेंद्र फड़नवीस ने खली किया है, जिसके बाद उद्धव ठाकरे शिफ्ट हुए हैं।
यही नहीं, इसके साथ दीवारों पर लिखा गया है, "हू इज यूटी यानी यूटी कौन है...? यूटी इज मीन यानी यूटी बुरा है, शट अप।'' अब यहां लोग यूटी का मतलब उद्धव ठाकरे के नाम के शॉर्ट फॉर्म से निकाल रहे हैं।
एबीपी न्यूज़ पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक देवेंद्र फड़नवीस के दफ्तर ने बताया कि जब हमने छोड़ा तब कोना-कोना देखा था, वहां ऐसा कुछ नहीं था, काफी वक्त हो गया छोड़े हुए। इसके साथ ही अमृता फड़नवीस ने कहा कि बंगला छोड़े एक महीना हो गया। इस तरह की बात अब सुन रही हूं, मैं खुद आश्चर्यचकित हूं। पीडब्लूडी ने अब इस लिखावट को पेंट करवा दिया है।
बीते दिनों महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की बैंकर पत्नी अमृता फड़नवीस और शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी के बीच जुबानी जंग प्रदेश के सियासी हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। इसकी शुरुआत अमृता के एक ट्वीट से हुई जिन्होंने आठ दिन पहले अपने पति द्वारा किये गए एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा था।
देवेंद्र फड़नवीस ने अपने ट्वीट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उनके उस बयान के लिये आलोचना की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि- मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है। फड़नवीस ने कहा था कि राहुल गांधी हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर की परछाई तक नहीं छू सकते हैं। पति की टिप्पणी के बाद अमृता फड़नवीस ने रविवार को शिवसेना अध्यक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अपने नाम के पीछे सिर्फ ठाकरे लगा लेने से कोई “ठाकरे” नहीं हो सकता।
उन्होंने ट्वीट किया, “बिलकुल सही देवेंद्र फड़नवीस जी! अपने नाम के बाद केवल ठाकरे उपनाम लगाने से कोई भी 'ठाकरे' नहीं बन सकता! एक को अपने परिवार और सत्ता की ललक से ऊपर लोगों और पार्टी के सदस्यों की बेहतरी के लिए सच्चा, सैद्धांतिक और ईमानदार होने की जरूरत है!” इस पर पलटवार करते हुए चतुर्वेदी ने सोमवार को कहा कि ठाकरे अपने नाम पर खरा उतर रहे थे लेकिन पेशेवर बैंकर अमृता फड़नवीस को यह बात समझ नहीं आयी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हां, वह अपने नाम पर खरा उतर रहे हैं लेकिन हमेशा की तरह आपने यह खबर नहीं देखी- उन्होंने वादे पूरे किए, और अपने लोगों के कल्याण के लिए काम करने, किसानों का कर्ज माफ करने, 10 रुपये में भोजन जैसी अपनी मूल प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिये हर क्षेत्र में मुख्यमंत्री कार्यालय काम कर रहा है।