नई दिल्ली, 21 मार्च: आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का 'माफी अभियान' जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बिक्रम सिंह मजीठिया, कपिल सिब्बल और नितिन गडकरी के बाद अब केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी माफी की बातचीत चल रही है। हालांकि अरविंद केजरीवाल की तरफ से अभी तक इसका कोई आधिकारिक माफी पत्र नहीं भेजा गया है। केजरीवाल के माफी अभियान में उनके पुराने सहयोगी कुमार विश्वास बाधा बन सकते हैं। दरअसल, अरुण जेटली ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के पांच अन्य नेताओं के खिलाफ 10 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा किया था। इन नेताओं में कुमार विश्वास, राघव चड्ढा, संजय सिंह, आशुतोष और दीपक बाजपेई शामिल हैं। अरविंद केजरीवाल के साथ चार नेता तो माफी के लिए तैयार हो सकते हैं लेकिन कुमार विश्वास से बातचीत के सारे रास्ते बंद हैं। अरुण जेटली केजरीवाल समेत सभी नेताओं की माफी चाहते हैं।
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बिक्रम मजीठिया से केजरीवाल की माफी की खबर आने के कुछ देर बाद ही 16 मार्च को कुमार विश्वास ने ट्वीट करके इस मामले पर अपनी असहमति जाहिर कर दी थी। कुमार विश्वास ने लिखा, 'कोर्ट की सुनवाई की दौरान मैंने अपने कई शो छोड़ दिए। आम आदमी पार्टी से भी कोई कानूनी मदद नहीं ली। यह लड़ाई जारी रहेगी। जय हिंद।' कुमार विश्वास ने तंज कसते हुए लिखा,
'जिसको हम सबने ‘नज़रिया’ समझा,उसने हम सब को बस ‘ज़रिया’ समझा !👎😡A Real Insignificant Man'
इससे पहले अरविंद केजरीवाल पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया, कपिल सिब्बल और उनके पुत्र अमित सिब्बल और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से माफी मांग चुके हैं। उनके खिलाफ ऐसे 20 मामले चल रहे हैं जिनमें अरुण जेटली का भी एक मामला है। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज का कहना है कि पार्टी सभी कानूनी केस जल्द से जल्द खत्म करना चाहती है। उनकी लीगल टीम अरुण जेटली से भी संपर्क में हैं।
कुमार विश्वास ने अभी तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि उनका मन बदलने का कोई सवाल ही नहीं है। वो अपने स्टैंड पर कायम हैं।