मुंबई: महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट जारी है। इस बीच जहां शिवसेना की से तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं तो वहीं ऐसी खबर सामने आई है कि राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अपना ट्विटर बायो अपडेट किया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपना ट्विटर बायो अपडेट करते हुए उसमें से मंत्री होने की बात को हटा दिया है। मगर इन खबरों को शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने खारिज कर दिया है।
चतुर्वेदी का कहना है कि आदित्य ने कभी भी अपने ट्विटर बायो पर खुद के मंत्री होने की बात नहीं लिखी थी। बता दें कि आदित्य ठाकरे को लेकर यह खबर सामने आई थी कि उन्होंने एकनाथ शिंदे खेमे के बड़े होने पर अपना ट्विटर बायो बदला और 'मंत्री' का संदर्भ हटा दिया। हालांकि, इसको लेकर प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, "उन्होंने अपने ट्विटर बायो पर कभी भी मंत्रीपद का जिक्र नहीं किया।"
आदित्य ठाकरे द्वारा अपने बायो से 'मंत्री' को हटाने की फर्जी खबर ने केवल उन अटकलों को हवा दी कि राज्य विधानसभा को भंग कर दिया जाएगा। मालूम हो, इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने विधानसभा भंग करने के संकेत दिए। उन्होंने बुधवार को कहा, "महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम राज्य विधानसभा को भंग करने की ओर ले जा रहे हैं।"
इससे पहले, शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र के 40 विधायक उनके साथ असम के गुवाहाटी आए हैं और वे सभी, पार्टी के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की 'हिंदुत्व' विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध हैं। शिवसेना के विधायकों ने पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी है, जिसके कारण महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार संकट में आ गयी है।
शिंदे के नेतृत्व में बुधवार को सुबह असम के गुवाहाटी पहुंचे महाराष्ट्र के बागी विधायकों के एक समूह को कड़ी सुरक्षा के बीच शहर के बाहरी इलाके में एक लग्ज़री होटल में ले जाया गया है। गौरतलब है कि 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के 55, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 53 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। सरकार बनाने के लिए 144 विधायकों का समर्थन जरूरी है।