नयी दिल्ली, 17 जून पुणे स्थित एक स्टार्ट-अप कंपनी ने ऐसा पर्यावरण हितैषी हैंड-सेनिटाइजर विकसित किया है जो लंबे समय तक रोगाणुओं पर प्रभावी रहता है और बार-बार उसके उपयोग की जरुरत को कम करता है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार को जारी बयान के अनुसार, वेईनोवेट बायोसॉल्यूशंस ने चांदी के नैनोपार्टिकल की मदद से एल्कोहल मुक्त, पानी आधारित, गैर-ज्वलनशील और गैर-विषाक्त हैंड-सेनिटाइजर विकसित किया है।
बयान के अनुसार, उत्पाद ने हैंड-सेनिटाइजर के लिए केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) द्वारा मान्यता प्राप्त क्लिनिकल परीक्षण पूरा कर लिया है और वायरस/रोगाणुओं को मारने में बेहद प्रभावी है।
उसके अनुसार, हैंड-सेनिटाइजर लंबे समय तक रोगाणुओं पर प्रभावी रहता है, इस कारण उसे बार-बार इस्तेमाल करने की जरुरत नहीं होती। चांदी के नैनोपार्टिकल धीरे-धीरे और लगातार सिल्वर आयन छोड़ते हैं जो उसके संपर्क में आने वाले रोगाणुओं का खात्मा करता है। इसके अलावा इसका भंडारण सामान्य तरीके से किया जा सकता है।
वेईनोवेट बायोसॉल्यूशंस की सह-संस्थापक और सीओओ डॉक्टर अनुपमा इंजीनियर ने कहा, ‘‘हम अध्ययन के निष्कर्ष से उत्साहित हैं और सीडीएससीओ, भारत से हमारे हैंड-सेनिटाइजर को लाइसेंस मिलने का इंतजार कर रहे हैं।’’
चांदी के नैनोपार्टिकल वायरस का खात्मा करने में प्रभावी हैं और एनआईवी, हेपेटाइटिस बी और इंफ्लूएंजा आदि के खिलाफ काफी प्रभावी है।
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