बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को राजनीति में लाने के लिए अब शुरू हुआ पोस्टर वार, जदयू नेताओं ने की जोरदार मांग
By एस पी सिन्हा | Updated: December 31, 2025 15:31 IST2025-12-31T15:31:50+5:302025-12-31T15:31:50+5:30
बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले निशांत कुमार को सक्रिय राजनीति में लाने की मांग को लेकर जदयू कार्यकर्ताओं ने भूख हड़ताल किया था। अब एक बार फिर पटना में पोस्टरों के जरिए ऐसी ही मांग उठाई गई है। पोस्टरों के जरिए अपील की गई है कि निशांत कुमार राजनीति में आएं और जदयू में युवाओं का भविष्य संवारें।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को राजनीति में लाने के लिए अब शुरू हुआ पोस्टर वार, जदयू नेताओं ने की जोरदार मांग
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को राजनीति में लाने के लिए जारी मांग के बीच बुधवार को एक बैनर जारी किया गया। बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले निशांत कुमार को सक्रिय राजनीति में लाने की मांग को लेकर जदयू कार्यकर्ताओं ने भूख हड़ताल किया था। अब एक बार फिर पटना में पोस्टरों के जरिए ऐसी ही मांग उठाई गई है। पोस्टरों के जरिए अपील की गई है कि निशांत कुमार राजनीति में आएं और जदयू में युवाओं का भविष्य संवारें।
छात्र जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा पटेल की तरफ से यह पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर में नववर्ष और मकर संक्रांति की शुभकामनाएं भी दी गई हैं। जो पोस्टर पटना की सड़कों पर लगाए गए हैं उसमें लिखा गया है- चाचा जी के हाथों में सुरक्षित अपना बिहार। अब पार्टी के अगले जेनरेशन का भविष्य संवारें निशांत कुमार।' इस बैनर में शायरी के लहजे में लिखी गई है कि बिहार की जनता निशांत कुमार को राजनीति में देखना चाहती है।
एक अन्य बैनर में नव वर्ष की बधाई के साथ ही लिखा गया है कि 'नीतीश कुमार जी के विरासत को सँभालने और आगे बढ़ाने के लिए पार्टी हित में निशांत जी को पार्टी में लाया जाए। जदयू के अलग अलग नेताओं की ओर से लगाए गए इन बैनरों में साफ लिखा गया है कि 'नववर्ष की नई सौगात नीतीश सेवक, मांगे निशांत'।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय से बार बार यह चर्चा चलते रहती है कि नीतीश कुमार के बेटे निशांत को जदयू की कमान सौंपी जानी चाहिए। हालांकि नीतीश कुमार हमेशा परिवारवादी राजनीति के विरोधी रहे हैं। वे कई मौके पर इसे लेकर अपने प्रतिद्वंद्वी दलों के नेताओं को आड़े हाथों ले चुके हैं। हालांकि इस वर्ष के विधानसभा चुनाव के बाद से लगातार कई नेताओं में यह चर्चा है कि निशांत को जदयू की कमान और राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।
बता दें कि इससे पहले जदयू कार्यकर्ताओं के एक समूह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को पार्टी में आधिकारिक तौर पर शामिल करने की मांग को लेकर बीते रविवार को पटना के गर्दनीबाग में 12 घंटे की भूख हड़ताल की थी। उन्होंने मुख्यमंत्री से निशांत को राजनीति में लाने का आग्रह किया था।
जदयू नेता मुकुंद कुमार ने कहा था कि हम अपने नेता नीतीश कुमार से मांग करते हैं कि निशांत को आधिकारिक तौर पर पार्टी में शामिल किया जाए। हम उन्हें राजनीति में देखना चाहते हैं। वह काफी पढ़े-लिखे हैं और अगर वह आएंगे तो पार्टी की कमान संभाल सकते हैं।
हालांकि निशांत कुमार भी कई मौकों पर कह चुके हैं कि उनके पिता बिहार की सेवा कर रहे हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास कर रहा है। राज्य की जनता ने इसी भरोसे के कारण नीतीश कुमार को लगातार बहुमत दे रखा है। खुद के राजनीतिक एंट्री के सवालों को निशांत भी टालते रहे हैं। लेकिन फिर से निशांत के सियासी एंट्री की मांग वाले बैनर पोस्टर लगने से जदयू में कुछ अलग खिचड़ी पकने की बातों को हवा मिली है।