भदरवाह (जम्मू कश्मीर), तीन जनवरी जम्मू कश्मीर के डोडा जिले के भदरवाह के रहने वाले 65 वर्षीय व्यक्ति केंद्र शासित प्रदेश के उन तीन निवासियों में शामिल है जिन्हें हाल में प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत ‘सर्वश्रेष्ठ निर्माण पुरस्कार’ मिला है। पुरस्कार प्राप्त करने वाला यह व्यक्ति बीमारी के कारण पिछले 15 वर्षों से बिस्तर पर है।
अब्दुल लतीफ गनई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘यह योजना परिवार के लिए एक आशीर्वाद के रूप में आई है।’’
मोदी और केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये गनई को पीएमएवाई के तहत ‘सर्वश्रेष्ठ निर्माण पुरस्कार’ से सम्मानित किया।
पुरस्कार कार्यक्रम में गनई के अलावा डोडा के उपायुक्त सागर दत्तात्रय डोईफोड, भदरवाह नगर समिति के कार्यकारी अधिकारी यूसुफ-उल-उमर और डोडा में मिनी सचिवालय के अन्य अधिकारी शामिल हुए।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान, मोदी ने जून 2015 में शुरू की गई योजना, इसके लाभार्थियों के बारे में बात की जिनमें गरीब एवं मध्यम वर्ग के परिवारों के लाभार्थी शामिल हैं।
सर्वश्रेष्ठ निर्माण पुरस्कार के लिए चुने गए देश के कुल 88 लाभार्थियों में से तीन जम्मू-कश्मीर के हैं - जिनमें से सांबा, रामगढ़ और भदरवाह का एक-एक व्यक्ति शामिल है।
गनई ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘लंबी बीमारी के कारण, मुझे अपनी हर चीज बेचनी पड़ी और मैं अपनी पत्नी तथा दो बेटों के साथ एक कमरे में रहता हूं, लेकिन यह योजना एक बड़ी राहत के तौर पर आयी है।’’
भदरवाह नगर के थर्रा मोहल्ला इलाके के वार्ड नम्बर 10 में रहने वाले, गनई एक छोटी सी कपड़े की दुकान पर काम करते थे, लेकिन स्लिप डिस्क होने के कारण वह 15 साल से बिस्तर पर हैं और इससे वह दिवालिया हो गए।
उन्होंने कहा, ‘‘योजना मेरे परिवार के लिए एक आशीर्वाद के रूप में आई क्योंकि आज हम अपने स्वयं के पक्के घर में रह रहे हैं और खुद प्रधानमंत्री ने सर्वश्रेष्ठ निर्माण के लिए हमें सम्मानित भी किया।’’
हाल ही में इतिहास विषय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी करने वाले उनके 24 वर्षीय बेटे नदीम लतीफ भी डोडा में वीडियो कॉन्फ्रेंस में शामिल थे जब उनके पिता का नाम सर्वश्रेष्ठ निर्माण पुरस्कार के लिए घोषित किया जा रहा था।
नदीम ने कहा, ‘‘हमने कई वर्ष बहुत मुश्किल समय देखा है जब मुझे और मेरे भाइयों को अपने चचेरे भाइयों या दोस्त के घरों पर रातें बितानी पड़ती थी क्योंकि हमारे पास केवल एक कमरा होता था, लेकिन अब हमारे पास अपनी छत है जिसके लिए हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं।’’
भदरवाह नगरपालिका समिति के कार्यकारी अधिकारी ने गनई परिवार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उन्होंने दिशानिर्देशों के अनुसार घर का निर्माण किया और ‘‘अब उन्हें उनकी ईमानदारी और समर्पण के लिए सम्मानित किया गया है जो हमारे लिए भी गर्व की बात है।’’
यूसुफ-उल-उमर ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि सभी लाभार्थियों को गनई से प्रेरणा मिलेगी क्योंकि भदरवाह नगर में पीएमएवाई अर्बन के तहत कुल 330 घर स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 200 निर्माणाधीन हैं और 47 का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है।’’
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) योजना के तहत, प्रत्येक लाभार्थी को अपना घर बनाने के लिए 1.66 लाख रुपये दिए जाते हैं।
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