दिल्ली: 'नर्क में जीवन जी..', राऊ कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद छात्रों की सुप्रीम कोर्ट से गुहार
By आकाश चौरसिया | Updated: July 29, 2024 16:35 IST2024-07-29T16:24:26+5:302024-07-29T16:35:41+5:30
गौरतलब है कि शनिवार को हुए हादसे में तीन छात्रों की मौत कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का गंदा पानी भरने के कारण हो गई। इस हादसे पर छात्रों ने सवाल खड़े करते हुए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है।

फोटो क्रेडिट- एक्स
Old Rajendar Nagar incident: शनिवार को दिल्ली स्थित ओल्ड राजेंद्र नगर की राऊ कोचिंग सेंटर में 3 छात्रों की मृत्यु के बाद छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को चिट्ठी लिखी, इसमें उन्होंने आपबीती बताई। साथ में ये भी कहा कि हम नर्क में जीवन व्यतीत कर रहे हैं, इसलिए अब आप उन सभी गैर-जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एक्शन लीजिए, जिन्होंने इस बड़े हादसे को अंजाम दिया है। हालांकि, अभी चीफ जस्टिस ने ये तय नहीं किया कि इस पत्र को याचिका के रूप में देखें या नहीं।
गौरतलब है कि शनिवार को हुए हादसे में तीन छात्रों की मौत कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का गंदा पानी भरने के कारण हो गई, इस बीच उन्हें निकलना का मौका नहीं मिला और तीनों ने पानी में दम तोड़ दिया। इसके बाद छात्रों ने रविवार को विरोध प्रदर्शन कर, करोल बाग मेट्रो स्टेशन की ओर जाने वाले रास्ते पर हंगामा किया।
इस बीच पुलिस से छात्रों की बहस हुई और कुछ को पुलिस साथ में ले भी गई। लेकिन इस बात को आज चल रहे मानसून सत्र में भी शिक्षा मंत्री ने माना कि यह बड़ा हादसा लापरवाही की वजह से हुआ, जिसपर सरकार कड़े से कड़े कदम उठाते दोषियों को सजा दिलाएगी।
तहखाने का उपयोग पुस्तकालय के रूप में होता
सुप्रीम कोर्ट को लिखी चिट्ठी में छात्र अविनाश दुबे ने राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर जैसे क्षेत्रों में खराब बुनियादी ढांचे को उजागर किया, जहां के निवासी अक्सर जल निकासी के मुद्दों और नगर निगम की लापरवाही के कारण बाढ़ से जूझते हैं और छात्रों के मौलिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए गुहार भी लगाई। राऊ आईएएस स्टडी सर्कल के स्वामित्व वाली इमारत के बेसमेंट में तीन छात्रों के डूबने की दुखद घटना का जिक्र किया। शहर के अध्यादेशों का उल्लंघन करते हुए तहखाने का उपयोग पुस्तकालय के रूप में किया जा रहा था।
बारिश के कारण बेसमेंट में पानी भर गया और तीन छात्रों की जान चली गई। चिट्ठी में छात्र ने चीफ जस्टिस से कहा, नगर निगम की लापरवाही के कारण मुखर्जी नगर और राजेंद्र नगर जैसे इलाके कई सालों से हर साल जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। घुटनों तक नाली के पानी में हमें चलना पड़ता है, आज हम जैसे छात्र नर्क का जीवन जीते हुए (अपनी परीक्षाओं की) तैयारी कर रहे हैं।''