पुडुचेरी के सरकारी अस्पतालों में भर्ती 95 प्रतिशत कोविड-19 मरीजों को टीका नहीं लगा था : उपराज्यपाल
By भाषा | Updated: May 30, 2021 16:16 IST2021-05-30T16:16:59+5:302021-05-30T16:16:59+5:30

पुडुचेरी के सरकारी अस्पतालों में भर्ती 95 प्रतिशत कोविड-19 मरीजों को टीका नहीं लगा था : उपराज्यपाल
पुडुचेरी, 30 मई पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन ने बिना किसी देरी के लोगों को कोविड-19 रोधी टीके लगाने की जरूरत पर रविवार को जोर देते हुए कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण अधिक प्रभावशाली तथा शक्तिशाली हथियार है।
केंद्र से वेंटिलेटर्स की एक खेप मिलने के बाद यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि एक सर्वेक्षण में पता चला कि यहां के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराए गए 95 प्रतिशत मरीजों ने टीका नहीं लगवाया था।
उन्होंने कहा, ‘‘टीका न लगवाना लोगों के लिए एक गंभीर नाकामी है तथा बिना किसी हिचक और डर के टीका लगवाना चाहिए।’’
केंद्र ने पुडुचेरी को अभी तक 250 वेंटिलेटर भेजे हैं।
सुंदरराजन ने कहा, ‘‘मैं इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का आभार जताती हूं और इससे पुडुचेरी सरकार को अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने में मदद मिलेगी।’’
पुडुचेरी में लागू लॉकडाउन पर उन्होंने कहा, ‘‘पूर्ण लॉकडाउन से बचा गया क्योंकि इससे पुडुचेरी में छोटे विक्रेताओं और दिहाड़ी मजदूरों की आजीविका के स्रोतों को बचाया जा सकेगा।’’
पुडुचेरी प्रशासन ने 31 मई की आधी रात से सात जून तक पाबंदियों के साथ लॉकडाउन की मियाद बढ़ा दी है।
सभी आवश्यक सेवाओं को हर दिन सुबह पांच बजे से दोपहर 12 बजे तक उपलब्ध कराने की अनुमति होगी।
सुंदरराजन ने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन सुविधा बढ़ायी गयी है और ऑक्सीजन वाले बिस्तरों की संख्या बढ़ाकर 1800 कर दी गयी है।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण को पुडुचेरी में एक जन आंदोलन बनाना चाहिए ताकि केंद्र शासित प्रदेश देश में जल्द से जल्द पूरी तरह कोविड मुक्त हो सके।
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