पुणे हादसे में हुए 7 मजदूरों की मौत मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया गया, सामने आई ये बात
By अनिल शर्मा | Published: February 5, 2022 07:40 AM2022-02-05T07:40:34+5:302022-02-05T07:45:54+5:30
पुलिस उपायुक्त (जोन-5) रोहीदास पवार ने कहा, ‘‘ हमने ठेका कंपनी के चार कर्मियों को गिरफ्तार किया है जिनमें परियोजना प्रबंधन, उसके सहायक, सुरक्षा सुपरवाइजर और श्रमिक अनुबंधन सुपरवाइजर शामिल हैं।
पुणेः पुणे में यरवदा इलाके के शास्त्रीनगर में गुरुवार देर रात एक निर्माणाधीन इमारत का एक हिस्सा ढह जाने से बिहार के रहने वाले 7 मजदूरों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में परियोजना प्रबंधक और ठेका कंपनी के तीन अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है और घटना की जांच शुरू कर दी गयी है। पुलिस ने कहा कि शुक्रवार शाम को भादंसं की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 336 (दूसरों की जान जोखिम में डालने वाला लापरवाही भरा कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस उपायुक्त (जोन-5) रोहीदास पवार ने कहा, ‘‘ हमने ठेका कंपनी के चार कर्मियों को गिरफ्तार किया है जिनमें परियोजना प्रबंधन, उसके सहायक, सुरक्षा सुपरवाइजर और श्रमिक अनुबंधन सुपरवाइजर शामिल हैं। उन्होंने कहा , ‘‘भूमिगत तल पर एक ‘स्लैब’ बनाने के लिए लगाया गया स्टील का ढांचा गुरुवार देर रात ढह गया। वहां काम कर रहे 7 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए।’’ उन्होंने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और सभी खतरे से बाहर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट किया, ‘‘पुणे की एक निर्माणाधीन इमारत में हुए हादसे से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। हादसे में घायल सभी लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’ अपने भाई ताबिज आलम को इस हादसे में गंवा चुके 24 वर्षीय मोहम्मद अंजार ने कहा कि आलम काम की तलाश में छह माह पहल ही बिहार के बेलोन गांव से पुणे आया था। उसने आरोप लगाया कि कार्यस्थल पर कोई सुरक्षा उपाय नहीं किया गया था। पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता और नगर निकाय प्रमुख कुणाल कुमार ने घटनास्थल का दौरा किया।
कुणाल कुमार ने कहा, ‘‘ स्टील के ढांचे को किसी चीज़ से सहारा नहीं दिया गया था, इसलिए वह ढह गया। घटना की जांच के लिए जिलाधिकारी की देखरेख में एक समिति का गठन किया गया है। पुणे के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (सीओईपी) को भी निर्माण में खामी, यदि कोई हो तो, उसका पता लगाने के लिए जांच में शामिल किया गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।’’ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के लिए पांच-पांच लाख रूपये की अनुग्रह राशि घोषित की और कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।