उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 11 सीटों के चुनाव में 55.47 प्रतिशत मतदान
By भाषा | Updated: December 2, 2020 00:27 IST2020-12-02T00:27:22+5:302020-12-02T00:27:22+5:30

उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 11 सीटों के चुनाव में 55.47 प्रतिशत मतदान
लखनऊ, एक दिसंबर उत्तर प्रदेश विधान परिषद के खंड स्नातक और खंड शिक्षक क्षेत्र से 11 सीटों के लिए मंगलवार को चुनाव में औसत 55.47 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला। इस बीच फर्रुखाबाद में समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच जमकर मार पीट और मतपत्र फाड़े जाने का मामला प्रकाश में आया है।
निर्वाचन आयोग के अनुसार मतदान सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक चला। इस चुनाव का परिणाम तीन दिसंबर को घोषित किया जाएगा।
संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी रमेश चंद्र राय के मुताबिक आगरा खंड स्नातक में 41.56 प्रतिशत, इलाहाबाद झांसी खंड स्नातक में 41.10 प्रतिशत, लखनऊ खंड स्नातक में 36.74 प्रतिशत, मेरठ खंड स्नातक में 42.86 प्रतिशत, वाराणसी खंड स्नातक में 39 .33 प्रतिशत मतदान हुआ।
राय के अनुसार खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र आगरा में 70 .78, बरेली-मुरादाबाद खंड में 73 .48 प्रतिशत, गोरखपुर-फैज़ाबाद में 73 .94, लखनऊ खंड में 58 .99 प्रतिशत, मेरठ खंड में 62 .60 और वाराणसी खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में 68 .83 प्रतिशत मतदान हुआ।
उल्लेखनीय है कि विधानपरिषद की 11 सीटों के चुनाव में भाजपा, सपा, कांग्रेस और शिक्षक संघों के अलावा निर्दलीय समेत कुल 199 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इसमें पांच खंड स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों में 114 प्रत्याशी तथा छह खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में 85 प्रत्याशी मैदान में हैं।
फर्रुखाबाद से मिली खबर के अनुसार मतदान के दौरान जिले के मोहम्मदाबाद बूथ पर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई जबकि राजेपुर में भाजपा नेता का मतपत्र फाड़ने का आरोप दारोगा पर लगा जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ।
मोहम्मदाबाद क्षेत्र में जिस समय मतदान चल रहा था उस समय सपा और भाजपा के उम्मीदवारों के समर्थकों में जमकर मारपीट हुई| मारपीट होते देख वरिष्ठ उपनिरीक्षक हरिओम त्रिपाठी उन्हें बचाने पहुंचे तो उनके साथ भी धक्का-मुक्की की गयी। काफी देर मारपीट होने के बाद पुलिस ने बमुश्किल मामले को शांत किया।
राजेपुर विकास खंड क्षेत्र में भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष विभवेश सिंह नें आरोप लगाया कि जब वह शाम 4:55 बजे मतदान करने गये तो पीठासीन अधिकारी ने मत डालने की अनुमति दे दी, जिसके बाद जब मतदान कर मत पेटी में बैलेट डालने गये तो दारोगा रमाशंकर ने उसका बैलेट फाड़ दिया| इस बात पर भाजपा नेता ने हंगामा कर दिया, जिसके बाद जमकर नोक झोंक हुई |
भाजपा नेताओं का हंगामा होता देख एसडीएम अमृतपुर विजेंद्र सिंह, थानाध्यक्ष राजेपुर देवेंद्र गंगवार ने दारोगा को मौके से हटा दिया। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस का काम सुरक्षा व्यवस्था देखने का है ना कि बूथ के भीतर घुसकर बैलेट फाड़ने का। पीठासीन अधिकारी फटा हुआ मतपत्र अपने साथ ले गये और कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
इस संदर्भ में पूछे जाने पर फर्रुखाबाद के पुलिस अधीक्षक डाक्टर अनिल कुमार मिश्र ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मत पत्र फाड़ने का मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है लेकिन मोहम्मदाबाद बूथ पर एक मतदाता और एक एजेंट के बीच मारपीट हुई थी। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस दोनों को पकड़कर थाने ले आयी जहां से बाद में निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
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