नई दिल्ली, 5 अप्रैल। हाल ही में आई कैग की रिपोर्ट के बाद दिल्ली के पूर्व मंत्री कपील मिश्रा ने केजरीवाल सरकार पर घोटाले का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा है। कपिल मिश्रा का दावा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में बीते तीन सालों से राशन घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा हो ही नहीं सकता कि सरकार को इसकी भनक न हो। कपिल ने दावा करते हुए कहा है कि बीते तीन सालों में लगभग 5,400 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है।
कपिल ने कहा कि, कैग की रिपोर्ट पर भरोसा करें तो हर महीने 150 करोड़ रुपये का राशन गायब हो रहा था। एक साल में करीब 1800 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया। बीते तीन सालों का लेखाजोखा निकाले तो यह करीब 5,400 करोड़ रुपये का घोटाला होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को बीती 31 जनवरी को फर्जी कार्ड के डाटा की सूचना मिली। जांच के बाद 28 फरवरी को चार लाख कार्ड फर्जी निकले। लेकिन 10 मार्च 2018 को दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन ने यह आदेश दिया कि फर्जी कार्ड निरस्त नहीं होंगे।
उन्होंने कहा तीन साल तक केजरीवाल ने कभी राशन घोटाले की बात नहीं की। लेकिन जनवरी में मशीने लगने के बाद जैसे ही फर्जी राशन कार्ड पकड़े गए तो मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ड्रामा शुरू कर दिया। ये सारा घोटाला राशन की डिलीवरी में हुआ, केजरीवाल अब डोर स्टेप डिलीवरी की बात करने लगे। ये घोटाला इसलिए पकड़ा गया क्योंकि सरकारी गाडियों का ऑडिट कैग ने किया। डोर स्टेप डिलीवरी में सारा कुछ प्राइवेट आदमी को दिया जाएगा और कैग ऑडिट नहीं कर पाएगा।
कपिल मिश्रा ने कहा है कि वह CAG की रिपोर्ट के आधार पर शुक्रवार को CBI दफ्तर जाएंगें और मंत्री इमरान हुसैन के खिलाफ शिकायत करेंगे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि, दिल्ली सरकार की राशन माफिया से सीधी मिलीभगत है, जिसके जिम्मेदार खुद मंत्री इमरान हुसैन हैं।