कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान लाखों लोग अलग-अलग शहरों में फंस गए थे और इसमें प्रवासी मजदूर भी शामिल थे। प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया, जिसके द्वारा करीब 63 लाख लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया गया।
रेलवे ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि एक मई से नौ जुलाई के बीच 4615 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें संचालित की गई हैं, जिसके द्वारा 63 लाख लोगों को उनके घर पहुंचाया गया। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने बताया, "9 जुलाई को आखिरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन चली। राज्य सरकारों की मांगों को पूरी तरह से पूरा किया गया।"
कोरोना वायरस के कारण नहीं चल रही हैं नियमित ट्रेनें
कोरोना वायरस के कारण 25 मार्च से लगाए गए लॉकडाउन के बाद से ही सभी नियमित ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था। इसके बाद भारतीय रेलवे ने 12 मई से 30 जोड़ी एसी स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत की और फिर 1 जून से 200 स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही है। इसके अलावा भारतीय रेलवे ने लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशन ट्रेनें चलाई थी।
भारत में कोविड-19 के 426167 एक्टिव केस मौजूद
देश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अब तक 1238635 लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं। भारत में अब तक 29861 लोग इस महामारी से अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 782606 लोग ठीक हो चुके हैं और देश में 426167 एक्टिव केस मौजूद हैं।