कर्नाटक सियासी संकट: 13 बागी विधायक नहीं मिलेंगे स्पीकर से, एक महीने का समय मांगा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 23, 2019 09:59 AM2019-07-23T09:59:55+5:302019-07-23T09:59:55+5:30
बागी विधायकों के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए स्पीकर रमेश कुमार ने कहा है कि यह सब अदालती कार्यवाही से संबंधित है। इसे अदालत में निपटाया जाएगा।
कर्नाटक के 13 बागी विधायक विधानसभा स्पीकर केआर रमेश कुमार से आज मुलाकात नहीं करेंगे। स्पीकर ने सोमवार को उन्हें अपने समक्ष पेश होने के लिए कहा था। बागी विधायकों ने स्पीकर को लिखे पत्र में कहा है कि उन्हें एक महीने का समय दिया जाए। बागी विधायकों के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए स्पीकर रमेश कुमार ने कहा है कि यह सब अदालती कार्यवाही से संबंधित है। इसे अदालत में निपटाया जाएगा।
कर्नाटक : दो निर्दलीय विधायकों की याचिका पर सुनवाई करेगा न्यायालय
उच्चतम न्यायालय कर्नाटक के दो निर्दलीय विधायकों की उस नयी याचिका पर मंगलवार को सुनवाई करेगा, जिसमें मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पर राज्य विधानसभा में ‘तत्काल’ शक्ति परीक्षण कराने की मांग की गई है। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस की पीठ ने निर्दलीय विधायक-आर शंकर और एच नागेश की याचिका पर तत्काल सुनवाई करने से मना कर दिया।
कांग्रेस ने कहा, सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करेंगे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एच के पाटिल ने कहा कि विश्वासमत की प्रक्रिया को उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद पूरा किया जाना चाहिए और कहा कि "यह पूर्ण सदन नहीं है", बागी विधायक मुंबई में हैं और सत्र में हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं।
इसमें हस्तक्षेप करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि दो निर्दलीय विधायकों ने विश्वासमत के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने सवाल किया, ‘‘अगर उन्हें आप पर भरोसा था, तो उन्होंने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा क्यों खटखटाया?’’
कुमारस्वामी ने अध्यक्ष से कहा, ‘‘हम सोमवार को विश्वासमत प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सहमत हो गए थे, लेकिन उच्चतम न्यायालय में घटनाक्रम के मद्देनजर और कई विधायक बोलने के इच्छुक हैं, हमें और समय दीजिये।’’ कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि एक फर्जी पत्र फैलाया जा रहा है जिस पर उनके जाली हस्ताक्षर हैं कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।