मोदी सरकार के 100 दिन पूरे: क्या जावड़ेकर दिवंगत केंद्रीय मंत्री जेटली की जगह ले रहे हैं?
By हरीश गुप्ता | Published: September 9, 2019 06:37 AM2019-09-09T06:37:41+5:302019-09-09T06:37:41+5:30
यह मोदी सरकार में उनकी बढ़ती रेटिंग को दर्शाता है. जावड़ेकर ने आज नेशनल मीडिया सेंटर में मेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया और मुश्किल सवालों का बेहद शांति और चालाकी से सामना किया. भाजपा दिवंगत केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का विकल्प खोजने के लिए संघर्ष कर रही है
केंद्रीय सूचना-प्रसारण और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकरनरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अहम भूमिका में उभरे हैं. यह भाजपा की ब्रीफिंग हो या केंद्रीय मंत्रिमंडल की कोई अहम घोषणा, हर जगह जावड़ेकर नजर आते हैं.
वैसे, दूरसंचार, सूचना प्रौद्योगिकी और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, रेलवे और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी कुछ समय से पार्टी और सरकार की ओर से समय-समय पर मीडिया को जानकारी दे रहे हैं.
इसके बीच नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के सौ दिन पूरे होने के मौके पर जिस तरह से जावड़ेकर को प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए उतारा गया, उससे किसी को शक नहीं है कि वह सबकी नजर में हैं. आमतौर पर ऐसे मौके पर वरिष्ठ मंत्रियों की ओर से संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाती है, लेकिन केवल जावड़ेकर को मोदी 2.0 के 100 दिनों का रिपोर्ट कार्ड पेश करने की जिम्मेदारी दी गई.
यह मोदी सरकार में उनकी बढ़ती रेटिंग को दर्शाता है. जावड़ेकर ने आज नेशनल मीडिया सेंटर में मेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया और मुश्किल सवालों का बेहद शांति और चालाकी से सामना किया. भाजपा दिवंगत केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का विकल्प खोजने के लिए संघर्ष कर रही है, जो पार्टी और सरकार के लिए सटीक संकट मोचक और प्रवक्ता थे.
इस साल की शुरुआत में जेटली के बीमार पड़ने और पिछले महीने निधन के बाद से रिक्तता महसूस की जा रही थी.
भाजपा और सरकार के लिए खोज थी जारी :
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह फिलहाल संकट मोचक और प्रेरणा स्रोत हैं, लेकिन भाजपा और सरकार के प्रवक्ता की खोज जारी थी. निर्मला सीतारमण ने संसद में राफेल डील पर सरकार का बचाव कर पार्टी नेतृत्व को प्रभावित कर अपना कद बढ़ाने में कामयाब रहीं.
इसी प्रकार रविशंकर प्रसाद अनुभवी नेता और वरिष्ठ हैं. ये दोनों नेता महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते रहे हैं, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने के लिए प्रकाश जावड़ेकर को उतारा, जो बतौर प्रवक्ता उनके बढ़ते दबदबे को दिखाता है.