सात साल से जेल में बंद 10 रोहिंग्या ने शरणार्थी का दर्जा देने या वापस भेजने का अनुरोध किया
By भाषा | Updated: December 15, 2021 01:23 IST2021-12-15T01:23:35+5:302021-12-15T01:23:35+5:30

सात साल से जेल में बंद 10 रोहिंग्या ने शरणार्थी का दर्जा देने या वापस भेजने का अनुरोध किया
गुवाहाटी, 14 दिसंबर असम की तेजपुर केंद्रीय जेल में पिछले सात साल से बंद 10 रोहिंग्या ने गुवाहाटी उच्च न्यायालय से अपील की है कि या तो उन्हें शरणार्थी का दर्जा दिया जाए या उन्हें वापस म्यांमा भेज दिया जाए।
एक दूसरे से संबंधित दो परिवारों के 10 व्यक्तियों को 2014 में बिना वैध दस्तावेजों के देश में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और तब से वे जेल में हैं।
न्यायमूर्ति कोटेश्वर सिंह और न्यायमूर्ति मालाश्री नंदी ने हाल ही में उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि याचिकाकर्ताओं ने स्वीकार किया है कि वे म्यांमा के नागरिक हैं जिन्हें उचित दस्तावेज के बिना देश में प्रवेश करने के लिए दोषी ठहराया गया है।
अदालत ने कहा कि उन्होंने अदालत द्वारा लगाई गई सजा काट ली है और जेल में बंद हैं।
अदालत ने कहा कि विदेशी नागरिक न्यायाधिकरण के विशेष वकील ने सरकार से निर्देश लेने के लिए कुछ समय मांगा है कि वह याचिकाकर्ताओं के मामले में क्या कार्रवाई करेगी।
अदालत ने मामले में अगली सुनवाई के लिए 16 दिसंबर की तिथि तय की है।
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