Cyclone Nisarga: रायगढ़ में एक व्यक्ति के ऊपर गिरा ट्रांसफार्मर, मौत
By निखिल वर्मा | Published: June 3, 2020 09:03 PM2020-06-03T21:03:04+5:302020-06-03T21:03:04+5:30
चक्रवात निसर्ग ने रायगढ़ जिले और मुंबई के दक्षिणी इलाके में बुधवार को दस्तक दी और इस दौरान 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में चक्रवात निसर्ग के कारण चल रही तेज हवाओं की वजह से बुधवार को बिजली का एक ट्रांसफार्मर, 58 साल के शख्स पर गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि घटना दोपहर करीब डेढ़ बजे रेवदंडा के पास उमते गांव की है। मृतक की पहचान दशरथ बाबू वाघमारे के तौर पर हुई है। वह भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण अपने घर की ओर तेज गति से जा रहा था।
बीएमसी ने कहा कि मुंबई में तट के करीब रहने वाले 40 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मुंबई पुलिस ने भी बताया कि दक्षिण मुंबई में कोलाबा, मध्य मुंबई में वरली और दादर तथा पश्चिमी मुंबई में जुहू और वर्सोवा जैसे समुद्र तटों के समीप वाले इलाकों में रहने वाले सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। उपनगर सांताक्रूज में तेज हवाओं की वजह से एक निर्माणाधीन इमारत का सीमेंट से बना हिस्सा, इससे लगी चाल की झोपड़ियों के ऊपर को गिर गया। इस घटना में एक ही परिवार के तीन सदस्य घायल हो गए।
वहीं गुजरात के राहत आयुक्त हर्षद पटेलने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि गुजरात के दक्षिणी तटीय इलाके में किसीअप्रिय घटना की खबर नहीं है। पटेल ने कहा कि एहतियाती कदम के तौर पर अभी तक आठ जिलों में तट के पास रहने वाले 63,700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘अरब सागर के पास स्थित वलसाड और नवसारी जिलों में हवा की गति सामान्य रही।
हालांकि अगले तीन घंटे में हवा की गति बढ़कर 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है क्योंकि चक्रवात उत्तर पूर्व महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है।’’ उन्होंने कहा कि इनमें से 33,680 लोगों को वलसाड जिले से निकाला गया है, वहीं 14,400 लोगों को नवसारी में, सूरत में 8,727 लोगों को, भावनगर में 3,066 लोगों को, अमरेली में 2,086 लोगों को, भरूच में 12,020 लोगों को, आणंद में 761 लोगों को और गिर-सोमनाथ में 228 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 18 टीमों और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की छह टीमों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है।