नई दिल्ली, 7 अप्रैल: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले मैच में पाकिस्तान के साथ 2-2 से ड्रॉ खेलते हुए अपने अभियान की शुरुआत की। एक समय जीत की ओर बढ़ती दिख रही भारतीय टीम आखिरी 7 सेकेंड में पाकिस्तान को मिले पेनल्टी कॉर्नर से जीत का मौका गंवा बैठी और उसे ड्रॉ से संतोष करना पड़ा।
अब इस विवादास्पद पेनल्टी कॉर्नर पर सवाल उठ रहे है, जिसकी वजह से भारतीय टीम के हाथों से जीत छिन गई। दरअसल मैच के आखिरी पलों में जब भारतीय टीम पाकिस्तान से 2-1 से आगे थी और उसकी जीत तय लग रही थी तो पाकिस्तानी टीम के पेनल्टी कॉर्नर को भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने बचा लिया। लेकिन पाकिस्तान ने गेंद से भारतीय खिलाड़ी का पैर टकराने की बात कहते हुए वीडियो रेफरल मांगा। टीवी अंपायर ने चौंकाने वाला फैसला करते हुए पाकिस्तान को एक और पेनल्टी कॉर्नर दे दिया जबकि गेंद किसी भी भारतीय खिलाड़ी के पैर से नहीं टकराई थी।
पाकिस्तान ने मैच समाप्ति से महज 7 सेकेंड पहले मिले इस पेनल्टी कॉर्नर का भरपूर फायदा उठाया और मुबाशर ने भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश को छकाते हुए इस पर गोल दागते हुए पाकिस्तानी खेमे में खुशी की लहर दौड़ा दी। इस गोल के साथ ही पाकिस्तान ने मैच 2-2 से ड्रॉ करते हुए भारत की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। (पढ़ें: CWG 2018: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 7 सेकेंड में गंवाया जीत का मौका, पाकिस्तान से खेला ड्रॉ)
पूर्व हॉकी खिलाड़ी वीरेन रस्किन्हा ने भी इस फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा, 'दोनों रेफरल नतीजे हैरानी भरे थे, मैंने इसे करीब से देखने की कोशिश, लेकिन वहां किसी का पैर नहीं था। बहुत ही विवादित निर्णय था। मेरे ख्याल से वीडियो अंपायर कुछ और देख रहे थे।' टीवी अंपायर के इस फैसले से सोशल मीडिया पर भारतीय फैंस भी काफी नाराज आए और जमकर कॉमेंट किए।