हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। पिछले साल की तरह इस बार भी यह दिवस कोरोना महामारी के दौरान पड़ रहा है। सभी परिजन चाहते हैं कि बीमारी के इस संकट में उनके बच्चे शरीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ हो।
पेरेंट्स बच्चों को हेल्दी रखने के लिए उनके खानपान की तरफ ध्यान रखते हैं लेकिन फिर भी वह बीमार पड़ ही जाते है। आपको उन्हें फिट करने के लिए खानपान के साथ फिजिकल एक्टिविटी पर भी ध्यान देना चाहिए।
आपको उन्हें योग भी कराना चाहिए. इससे ध्यान केंद्रित करने, तनाव कम करने में मदद मिल सकती है। बच्चों को सक्रिय रखने के लिए आपको चाहिए कि आप बच्चों को अपने साथ टहलने के लिए ले जाएं या फिर बच्चों से योग करवाएं और बच्चों के साथ योग करें।
बच्चों को भी अक्सर एसिडिटी और गैस जैसी पाचन समस्याएं परेशान करती हैं। ऐसे में आप उन्हें दवा ना देकर योग करा सकते हैं। इससे गैस और एसिडिटी से राहत मिलती है और भूख में सुधार होता है।
1) पश्चिमोत्तानासनइस आसन के दौरान रीढ़ की हड्डी के साथ शरीर का पिछला भाग तन जाता है जिसके कारण इसका नाम पश्चिमोत्तानासन दिया गया है। यह स्वस्थ के लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक आसन है। यह विभिन्य प्रकार की बिमारियों को दूर करने में मदद करता है।
- सबसे पहले आप जमीन पर बैठ जाएं। अब आप दोनों पैरों को सामने फैलाएं।- पीठ की पेशियों को ढीला छोड़ दें। सांस लेते हुए अपने हाथों को ऊपर लेकर जाएं।- फिर सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुके। - धीरे धीरे सांस लें, फिर धीरे धीरे सांस छोड़े। और अपने हिसाब से इस अभ्यास को धारण करें।- धीरे धीरे इस की अवधि को बढ़ाते रहे। यह एक चक्र हुआ।- इस तरह से आप 3 से 5 चक्र करें।
2) शशांकासनयह तनाव और चिंता को दूर करने के लिए एक बेहतर आसन है। इससे पेट के अंगों की मसाज होती है और पाचन तंत्र बेहतर होता है।
- सबसे पहले जमीन पर दरी या चटाई बिछाकर बैठ जाएं।- दाहिने पैर को मोड़कर पीछे की ओर यानि हिप्स के नीचे रखें।- ठीक इसी तरह बाएं पैर को मोड़कर पीछे की ओर यानि बाएं हिप्स के नीचे रखें और बैठ जाएं।- अब सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर की ओर करें।- इसके बाद धीरे-धीरे सांस को बाहर छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें।- अब सांस लेते हुए सबसे पहले पेट व सीने को उठाए और हाथों को उठाते हुए पहली पोजीशन में जाएं।- इसी तरह से इस क्रिया को 4 से 5 बार करें।
3) पवनमुक्तासनयह आसन शरीर में मौजूद आवश्यकता से अधिक गैस को बाहर निकालने में सहायक है। यह आपके शरीर से हानिकारक गैस को बहार निकालने में भी मदद करता है और आपको बहुत सारी बिमारियों एवं परेशानियों से बचाता है।
- सबसे पहले आप पीठ के बल लेट जाएं। दोनों पैरों को फैलाएं और इनके बीच की दूरी को कम करें।- अब दोनों पांव उठाएं घुटने मोड़ें। घुटनों को बांहों से घेर लें।- सांस छोड़े, घुटनों को दबाते हुए छाती की ओर लाएं। सिर उठाएं तथा घुटनों को छाती के निकट लाएं जिससे ठोड़ी घुटनों को स्पर्श करने लगे।- जहां तक सम्भव हो सके इस मुद्रा को मेन्टेन करें।- फिर सांस लेते हुए पैरों को जमीन पर लेकर आएं। यह एक चक्र हुआ।- इस तरह से आप 3 से 5 चक्र करें।