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World Health Day 2018: डिप्रेशन के शिकार हैं तो इन चीजों का बिल्कुल ना करें सेवन

By मेघना वर्मा | Updated: April 1, 2018 09:07 IST

न्यूट्रिशनिश्ट  प्रियांशी भटनागर बता रही हैं कि डिप्रेशन के शिकार लोगों को क्या खाना चाहिए और किन-किन चीजों से करना चाहिए परहेज।

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वर्ल्ड हेल्थ डे के मौके पर हम बात कर रहे हैं आज के समय की सबसे बड़ी समस्या यानी डिप्रेशन की। आज की लाइफस्टाइल में लोग इतना खो गए हैं कि उन्हें अपने खाने और अपने स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है। काम और काम का प्रेशर इतना ज्यादा हो गया है कि ज्यादातर लोग डिप्रेशन के शिकार हो गए हैं। ऐसा नहीं है कि डिप्रेशन की इस बिमारी से बचा नहीं जा सकता। अगर हम अपने खान-पान पर ध्यान दें तो बड़ी आसानी से डिप्रेशन से निकल सकते हैं। न्यूट्रिशनिश्ट  प्रियांशी भटनागर बता रही हैं कि डिप्रेशन के शिकार लोगों को क्या खाना चाहिए और किन-किन चीजों से करना चाहिए परहेज।

एमिनो एसिड, फैट्स और विटामिन की कमी से बढ़ जाता है डिप्रेशन

होलिस्टिक न्यूट्रिशनिश्ट  प्रियांशी ने बताया कि आज कल की जब हमारे शरीर में पूरी तरह से अमीनो एसिड, फैट्स और विटामिन्स नहीं पहुंचते तो डिप्रेशन का लेवल बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि इन सब चीजों में बहुत हद तक आज की हमारी लाइफस्टाइल भी है। डिप्रेशन एक स्ट्रेस लेवल हारमोंस से जुदा होता है और वो हार्मोन्स हमारे फूड से जुड़ा हुआ होता है। यही कारण है कि आज के समय में मूड के हिसाब से फूड आने लगे हैं जैसे गुड फूड या बैड फूड आदि। 

डिप्रेशन से लड़ने के लिए प्रोटीन है सबसे जरूरी

प्रियांशी कहती हैं  कि डिप्रेशन से लड़ने के लिए शरीर में प्रोटीन की बिल्कुल भी कमी नहीं होने देना चाहिए। इसका कारण ये है कि प्रोटीन हमारे बॉडी के सेरोटीन लेवल को हाई करता है जो हमारे डिप्रेशन को कम करने में बहुत सहायक है। इसके अलावा विटामिन बी 12, फोलिक एसिड, आयरन इन्टेक आदि भी हमारे शरीर में डिप्रेशन के लेवल को कम या ज्यादा करने में मददगार होते हैं। प्रियांशी ने आगे बताया कि डिप्रेशन के शिकार लोगों को अपनी डाईट में प्रोटीन से भरी चीजों को और ड्राई फ्रूट्स को शामिल करना चाहिए। फैट्स के लिए ओमेगा 3 जैसे मछली या मछली के तेल से आसानी से से प्राप्त कर सकते हैं इसलिए इन्हें भी डाईट में शामिल करना जरूरी है। 

बिल्कुल ना करें चाय और कॉफी का सेवन

अक्सर लोगों को गलतफहमी होती हैं कि चाय पीने से हमारे स्वास्थ्य को कोई नुक्सान नहीं पहुंचता और इसी के चलते वो चाय और कॉफी ज्यादा  मात्रा में पीते है। प्रियांशी ने बताया कि डिप्रेशन में रहने वालों को चाय और कॉफी से दूरी बना लेना चाहिए क्यूंकि चाय या कॉफी आपके शरीर में मौजूद डिप्रेशन लेवल को और बढ़ाते हैं। प्रियांशी ने आगे बताया कि भले ही चाय या कॉफी कुछ समय के लिए आपके शरीर को एनर्जी दे दें लेकिन ये आपके शरीर में डिप्रेशन के लेवल को सबसे तेज बढ़ता है और ये स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक होता है। 

डार्क चॉकलेट है अच्छी

प्रियांशी ने बताया कि एंटीओक्सीडेंट भी बहुत हद तक हमारे शरीर में मौजूद डिप्रेशन के लेवल को प्रभावित करते हैं। यही कारण होता है कि जब लोगों का मूड ऑफ होता है तो वो ज्यादातर डार्क चॉकलेट खाना पसंद करते हैं। उन्होंने बताया की डार्क चॉकलेट डिप्रेशन से परेशान लोगों को खाना चाहिए, ये उनके ख़राब मूड के साथ डिप्रेशन के लेवल को भी सही करता है। 

डिप्रेशन में ना करें ओवरईटिंग

प्रियांशी ने बताया कि अक्सर लोग जब डिप्रेशन में होते है तो वो ओवरईटिंग करते हैं जो भी स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। उन्होंने बताया कि डिप्रेशन में लोग अक्सर इमोशनल ईटिंग करते हैं वो फिजिकल ईटिंग नहीं होती और यही कारण है कि वो अनलिमिटेड खाते ही जाते हैं। जो हम दिमाग से नहीं बल्कि अपने स्ट्रेस से खाते जाते हैं। उन्होंने बताया ओवरईटिंग किसी के भी शरीर के लिए सबसे खतरनाक हो सकता है। इससे ना सिर्फ आपका मोटापा प्रभावित होता है बल्कि शरीर के डिप्रेशन लेवल में भी बहुत बदलाव आते हैं। प्रियांशी ने कहा जितना हो सकते डिप्रेशन वाले इंसान को ओवर-ईटिंग से बचना चाहिए।

डिप्रेशन को विस्तार से समझने, उसके लक्षण, इलाज और डाइट से जुड़ी हर जानकारी पाने के लिए देखें यह विडियो: 

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