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R.1 covid variant: कोरोना का नया वैरिएंट R.1 क्या है, इसे सबसे घातक क्यों माना जा रहा है, इससे बचने के तरीके क्या हैं ?

By उस्मान | Updated: September 27, 2021 07:48 IST

वैज्ञानिकों को कोरोना वायरस के अब तक के सबसे खतरनाक रूप का पता चला है जोकि कई देशों में फैल गया है

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ठळक मुद्देवैज्ञानिकों को अमेरिका में मिला कोरोना का नया रूपडेल्टा से भी घातक माना जा रहा है आर.1 जानिये इससे बचने के क्या तरीके हैं

कोरोना वायरस के विभिन्न घातक रूपों की मार झेल रही दुनिया के सामने अब एक नया संकट पैदा हो गया है। वैज्ञानिकों को कोरोना के अब तक के सबसे खतरनाक वैरिएंट  R.1 का पता चला है। अमेरिका में मिले इस वैरिएंट को डेल्टा से भी ज्यादा घातक बताया जा रहा है।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने डेल्टा वैरिएंट को सबसे घातक माना था। इसे भारत समेत कई देशों में कोरोना की तीसरी लहर के लिए जिम्मेदार माना जा रहा था। एक्सपर्ट्स का मानना है कि भले ही दुनिया भर में R.1 वैरिएंट के कम मरीज हैं, लेकिन यह अब तक का सबसे खतरनाक वैरिएंट है। 

हेल्थ डॉट कॉम के अनुसार, विशेषज्ञों ने लोगों को कोरोना वायरस के इस खतरनाक रूप के बारे में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि भले ही R.1 वैरिएंट के मामलों की संख्या अभी भी कम है, लेकिन थोड़ी भी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है।

जानकारों के मुताबिक, भले ही कुछ दिनों पहले अमेरिका में शोधकर्ताओं ने R.1 वैरिएंट की पहचान की हो, लेकिन यह पिछले साल जापान में मिला था। इसके अलावा यह वैरिएंट करीब 35 देशों में मिला है।

R.1 वैरिएंट क्या है, और क्या इसके बारे में चिंतित होना चाहिए?

जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ सेंटर फॉर हेल्थ सिक्योरिटी के एक वैज्ञानिक के अनुसार, R.1 वैरिएंट SARS-CoV-2 वायरस का एक संस्करण है जिसमें फंक्शन में परिवर्तन से जुड़े उत्परिवर्तन होते हैं। दूसरे शब्दों में, किसी भी नए स्ट्रेन की तरह, R.1 वायरस के मूल संस्करण की तुलना में लोगों को अलग तरह से प्रभावित कर सकता है।

उन्होंने कहा है कि हमें संदेह नहीं है कि यह एक बड़ी समस्या होगी क्योंकि इसमें डेल्टा को विस्थापित करने की क्षमता नहीं है। इस तरह के वैरिएंट का कोई खास असर नहीं होगा क्योंकि कई देशों में पहले से ही खतरनाक डेल्टा जैसे वैरिएंट मौजूद हैं।

R.1 वैरिएंट से सुरक्षित रहने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?

वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वेरिएंट की प्रकृति को देखते हुए इसे बहुत ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है। फिलहाल इस पर और अध्ययन जारी है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि कोई भी वेरिएंट वैक्सीन सुरक्षा से बच सकता है या नहीं, यह उसमें मौजूद म्यूटेशन पर निर्भर करता है। नए R.1 वैरिएंट को लेकर भी वैज्ञानिकों ने पाया है कि ये शरीर में वैक्सीन से बनी प्रतिरक्षा को मात देकर किसी को संक्रमित करने की क्षमता रखता है। 

एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे बचने का सबसे बेहतर तरीका वही नियम हैं, जो पहले लागू किये गए थे. SARS-Cov-2 के किसी भी प्रकार से खुद को सुरक्षित रखने का सबसे अच्छा तरीका है, पूरी तरह से टीका लगवाना और सीडीसी द्वारा जारी सावधानियों का पालन करना। 

आपको सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाना लगाना चाहिए। खुद को संक्रमित होने से बचाना भी वायरस को लगातार उत्परिवर्तित होने से रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है।

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