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Aspergillosis: ब्लैक, व्हाइट और येलो फंगस के बाद मिले फंगल इन्फेक्शन 'एस्परगिलोसिस' के मामले, जानिये 5 लक्षण

By उस्मान | Updated: May 29, 2021 08:49 IST

एस्परगिलोसिस (aspergillosis) नामक एक नए फंगल इन्फेक्शन के 8 मामले गुजरात में पाए गए हैं

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ठळक मुद्दे एस्परगिलोसिस नामक एक नए फंगल इन्फेक्शन के 8 माले गुजरात में पाए गए हैंकोरोना के मरीजों को अधिक खतरालक्षणों को न करें नजरअंदाज, हो सकता है घातक

कोरोना वायरस के दौरान ब्लैक फंगस के अब तक 11 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इससे सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र और गुजरात हैं। कई शहरों में व्हाइट और येलो फंगस के मामले भी देखने को मिले हैं।इस बीच एक और खतरनाक गंगल इन्फेक्शन ने दस्तक दी है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार,  वडोदरा में डॉक्टरों ने एस्परगिलोसिस (aspergillosis) नामक एक नए फंगल इन्फेक्शन के 8 मामलों की सूचना दी है।

ब्लैक फंगस की तरह, एस्परगिलोसिस संक्रमण उन लोगों में देखा जा रहा है जो हाल ही में COVID-19 से ठीक हुए हैं। वडोदरा में गुरुवार को ब्लैक फंगस के 262 नए मामले और एस्परगिलोसिस के आठ नए मामले सामने आए। सभी आठ मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

एस्परगिलोसिस फंगल संक्रमण क्या है?

पल्मोनरी एस्परगिलोसिस संक्रमण उन लोगों में देखा जा रहा है जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है। हालांकि साइनस पल्मोनरी एस्परगिलोसिस, जो अभी COVID रोगियों में देखा जा रहा है, दुर्लभ है। विशेषज्ञों का कहना है कि एस्परगिलोसिस ब्लैक फंगल संक्रमण जितना घातक नहीं है, लेकिन यह भी घातक हो सकता है।

एस्परगिलोसिस का ज्यादा जोखिम किसे है?

बताया जा रहा है कि इसका अधिक जोखिम कोरोना रोगियों को है। फंगल संक्रमण के बढ़ते मामलों को स्टेरॉयड के उपयोग और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली इसके लिए जिमीदार हो सकते हैं। इसके अलावा ऑक्सीजन की आपूर्ति को हाइड्रेट करने के लिए इस्तेमाल होने वाला पानी भी जिम्मेदार बताया जा रहा है।

एस्परगिलोसिस क्या है?

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के अनुसार, एस्परगिलोसिस एस्परगिलस के कारण होने वाला एक संक्रमण है, जो एक कॉमन मोल्ड इन्फेक्शन है जो घर के अंदर और बाहर रहता है। अधिकांश लोग एस्परगिलस बीजाणुओं को बिना बीमार हुए प्रतिदिन श्वास लेते हैं। 

कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली या फेफड़ों की बीमारी वाले लोगों में एस्परगिलस के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं विकसित होने का अधिक खतरा होता है। एस्परगिलस के कारण होने वाली समस्याओं में एलर्जी, फेफड़ों सहित शरीर के अंगों में संक्रमण शामिल हैं।

एस्परगिलोसिस के लक्षण

एस्परगिलोसिस के कुछ लक्षणों में भरी हुई नाक, नाक बहना, सिरदर्द और सूंघने की क्षमता कम होना आदि शामिल शामिल है। आमतौर पर संक्रमण का निदान फेफड़े के ऊतकों की बायोप्सी करके किया जाता है।

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