गिलास में पानी पीना सेहत के लिए हानिकारक....करें लोटा का इस्तेमाल, राजीव दीक्षित से जानें Pot Water के फायदे, देखें वीडियो
By आजाद खान | Published: May 29, 2023 05:18 PM2023-05-29T17:18:20+5:302023-05-29T17:26:43+5:30
राजीव दीक्षित लोगों को लोटा इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। वे कहते है कि हमारे पूर्वज भी गिलास नहीं लोटा ही यूज किया करते थे।
Health Tips By Rajiv Dixit: भारतीय समाजिक कार्यकर्त्ता और योग और आयुर्वेद के अच्छे ज्ञाता राजीव दीक्षित ने गिलास के बजाय लोटे में पानी पीने की सलाह देते है। इसके पीछे वह तर्क भी देते हैं और बताते है कि आखिर क्यों गिलास में पानी नहीं पीना चाहिए और हर किसी को पुरानी परंपरा के मुताबिक, लोटे में ही पानी पीना चाहिए। ऐसे में राजीव दीक्षित की ही जुबानी यह जानने को कोशिश करते है कि पानी पीने के लिए अगर लोटा ही इस्तेमाल करना चाहिए तो उसे ही क्यों यूज में लाना चाहिए, आइए जान लेते हैं।
गिलास के बजाय लोटे में पिया करें पानी-राजीव दीक्षिता
आयुर्वेद के जानकार राजीव दीक्षित का कहना है कि लोगों को पानी पीने के लिए गिलास का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उनके अनुसार, भारत की यह सभ्यता है कि पुराने जमाने से हमारे पूर्वज गिलास नहीं लोटे में पानी पिया करते थे। ऐसे में हमें भी पानी पीने के लिए लोटा का ही इस्तेमाल करना चाहिए। उनका कहना है कि गिलास को पुर्तगाल के लोग यूज करते थे, ऐसे में जब वे भारत आए तो गिलास में पीने का रिवाज भी ले आए और भारतीय को देकर चले गए।
क्या है इसके पीछे का कारण, जानिए
राजीव कहते हैं कि ऋषि वागभट्ट जी कहते है कि जो बर्तन एक रेखिए है उनका त्याग करें। उनके अनुसार, इसी प्रकार से गिलास भी एक रेखिए है और इसे भी त्याग करना चाहिए। इसके पीछे का कारण बताते हुए राजीव जी ने कहा है कि पानी का पानी का अपनी कोई गुण नहीं है और उसे जिस चीज में रख दो, वह उसका रूप ले लेता है।
राजीव दीक्षिता ने बताया कि साइंस कहता है कि हर गोल चीज का सर्फेस टेंशन कम रहता है। उसी तरीके से गिलास के मुकाबले लोटे का भी सर्फेस टेंशन कम होता है और कम सर्फेस टेंशन वाला पानी ही शरीर के लिए लाभदायक होता है। उन्होंने कुएं का उदाहरण देते हुए समझाया कि यही कारण है कि लोगों को कुएं का पानी सुरक्षित माना जाता है किसी और चीज के पानी के मुकाबले और यही कारण है कि गिलास के बजाय लोटे का पानी पीना सही होता है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)