खूनी बवासीर को जड़ से खत्म कर देंगे ये छोटे-छोटे पीले रंग के दाने, ऐसे करें इस्तेमाल
By उस्मान | Published: June 29, 2018 01:16 PM2018-06-29T13:16:08+5:302018-06-29T13:16:08+5:30
खूनी बवासीर बहुत भयानक रोग है, क्योंकि इसमें पीड़ा तो होती ही है साथ में शरीर का खून भी व्यर्थ नष्ट होता है।
आजकल बहुत से लोग पाइल्स यानी बवासीर की बीमारी से पीड़ित हैं। इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए लोग दवाइयों या ऑपरेशन का सहारा लेते हैं। गुदा के मुख में छोटे-छोटे मस्से होते हैं, इनमें से एक, दो या अनेक मस्से फूलकर बड़े हो जाते हैं। ये मस्से पहले कठोर होना शुरू होते हैं, जिससे गुदा में कोचन और चुभन-सी होने लगती है। ऐसी स्थिति होते ही व्यक्ति को सतर्क हो जाना चाहिए। इस स्थिति में ध्यान न दिया जाए तो मस्से फूल जाते हैं और एक-एक मस्से का आकार मटर के दाने या चने बराबर हो जाता है। ऐसी स्थिति में मल विसर्जन करते समय तो भारी पीड़ा होती है लिहाजा अर्श का रोगी सीधा बैठ नहीं पाता। इसके अलावा बवासीर के कारण मलाशय के आस-पास नसों में सूजन, जलन, असहनीय दर्द और यूरिन से खून आने की समस्या रहती है। बवासीर रोग में यदि खून भी गिरे तो इसे खूनी बवासीर कहते हैं। यह बहुत भयानक रोग है, क्योंकि इसमें पीड़ा तो होती ही है साथ में शरीर का खून भी व्यर्थ नष्ट होता है। कुछ घरेलू नुस्खों से इस बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
बवासीर की बीमारी का कारण
बवासीर होने का प्रमुख कारण है लम्बे समय तक कठोर कब्ज बना रहना। सुबह-शाम शौच न जाने या शौच जाने पर ठीक से पेट साफ न होने और काफी देर तक शौचालय में बैठने के बाद मल निकलने या जोर लगाने पर मल निकलने या जुलाब लेने पर मल की स्थिति को कब्ज होना कहते हैं। आजकल खराब खानपान और कई बार आनुवंशिक तौर पर लोग बवासीर जैसी खतरनाक बीमारी की चपेट में आ जाते हैं।
मेथी है बवासीर का घरेलू उपाय
मेथी एक ऐसी चीज है जो हर भारतीय किचन में मौजूद होती है। सब्जी में छौंक लगाने के साथ साथ मेथी कई स्वास्थ्य लाभ भी पहुंचाती हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर मेथी के दानों को एक औषधी मानते हैं। क्योंकि इसमें इसमें फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, नियासिन, थियामिन, कैरोटीन आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं।
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बवासीर के लिए ऐसे करें मेथी का इस्तेमाल
मेथी के भीगे हुए दाने बवासीर जैसी खतरनाक बीमारी को खत्म करने में मदद करते हैं। रोजाना सुबह यदि खाली पेट मेथी के दानों को चबाकर खाया जाए तो बवासीर को रोकने में काफी मदद मिलती है। इसके अलावा 5-5 ग्राम मेथी और सोया के दाने पीसकर सुबह-शाम पीने से भी ये रोग संतुलित रहता है। यदि आपको ये खाने में काफी कड़वे लगें तो आप इसमें थोड़ी से चीनी मिलाकर भी खा सकते हैं। यदि आप मेथी के दानों का पेस्ट मस्सों पर लगाते हैं तो आपको जलन और खुजली में भी काफी राहत मिलेगी।
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बवासीर में इन बातों का भी रखें ख्याल
- नहाते समय गर्म पानी का इस्तेमाल करें और हमेशा बैठ कर नहाएं।
- इसके अलावा बवासीर वाली जगहें को कॉटन के कपड़े से अच्छी तरह साफ करें।
- सूजन और दर्द को कम करने के लिए आइस पैक से कुछ देर सिकाई करें।
- मस्सों पर होने वाली खुजली को दूर करने के लिए पैट्रोलियम जैली लगाएं।
- बवासीर की बीमारी में हमेशा कॉटन अंडरवियर ही पहनें।
- एक दिन में कम से कम 6-8 गिलास पानी पियें।
- इसके अलावा इस बीमारी में ज्यादा से ज्यादा आराम करें।
(फोटो- पिक्साबे)