लाइव न्यूज़ :

स्मार्टफोन से बच्चों में बढ़ रहा है ADHD का खतरा, जानिए इसके कारण, लक्षण और इलाज

By उस्मान | Updated: July 19, 2018 08:47 IST

एडीएचडी एक मानसिक विकार है, जिसमें ध्यान का अभाव, अतिसक्रिय व्यवहार और आवेग देखने को मिलता है जो विकास को प्रभावित करते हैं।

Open in App

स्मार्टफोन और अन्य डिजिटल उपकरणों का अधिक इस्तेमाल करने वाले किशोरों में अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर अथवा ध्यान की कमी और अत्यधिक सक्रियता की बीमारी विकसित होने का खतरा अधिक होता है। एडीएचडी एक मानसिक विकार है, जिसमें ध्यान का अभाव, अतिसक्रिय व्यवहार और आवेग देखने को मिलता है जो विकास को प्रभावित करते हैं।

जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन में प्रकाशित अध्ययन में सोशल मीडिया , स्ट्रीमिंग वीडियो , टेक्स्ट मैसेजिंग , संगीत और ऑनलाइन चैटरूम्स सहित डिजिटल माध्यमों के इस्तेमाल से नयी पीढ़ी के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों पर ध्यान दिया गया है। यह अध्ययन अभिभावकों , स्कूलों, तकनीकी कंपनियों और शिशु रोग विशेषज्ञों के लिए आंख खोलने वाला है, जिसमें डिजिटल उपकरणों के अधिक इस्तेमाल को लेकर आगाह किया गया है। 

सिर्फ 20 मिनट स्तनों पर बंद गोभी के दो पत्ते रखें महिलाएं, होंगे ये 5 जबरदस्त फायदे

एडीएचडी क्या है?

एडीएचडी यानी ध्यान का अभाव और अति-सक्रियता एक मानसिक विकार है। इस विकार से परेशान बच्चे को ध्यान एक जगह केन्द्रित करने में परेशानी होती है और स्कूल के कार्यो को पूरा करने में समस्या होती है। 

HIV/AIDS से भी खतरनाक है यह बीमारी, अगले 5 सालों में मचा सकती है तबाही

एडीएचडी के कारण

मुख्यतः एडीएचडीका कारण बच्चे के ब्रेन में न्यूरोलॉजिकल इम्बलेंस है जो इस समस्या को पैदा करता है। ब्रेन में पाए जाने वाले रसायन जिन्हें न्यूरो-ट्रांसमीटर कहते हैं और ये केमिकल ब्रेन को एक्टिव करने में मदद करते हैं। कुछ वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि एडीएचडीसे ग्रस्त बच्चों में कुछ निश्चित न्यूरो-ट्रांसमीटर की मात्रा में कमी पाई गई है। एक ही फैमिली में जुड़वां बच्चो में भी यह स्तिथि मिल सकती है। 

18-25 साल का हर लड़का-लड़की जरूर करा ले ये 5 मेडिकल टेस्ट, वरना जीवन भर होगा पछतावा

एडीएचडी के लक्षण

- किसी भी बात पर ध्यान नहीं दे पाना - ध्यान को स्थिर बनाये रखने में कठिनाई- अक्सर जो कुछ भी कहा जाता है उसे नहीं सुनना  - निर्देशों के अनुसार कार्य करने में परेशानी - कार्यों को व्यवस्थित करने में कठिनाई महसूस करना - चीजें कही भी रख कर भूल जाना - एक जगह स्थिर बैठने में कठिनाई महसूस करना- चुपचाप खेलने में कठिनाई होना

'पलंगतोड़' पान क्या है, क्या सच में इसे खाने से सेक्स पावर बढ़ती है?

एडीएचडी से बचाव

एडीएचडीसे बचाव के कोई विशेष नियम अभी तक अज्ञात नहीं हैं फिर भी कुछ निश्चित नियमों की सलाह दी जाती है। इन नियमों का पालन गर्भावस्था के समय करना जरूरी होता है। अपनी गर्भावस्था में महिलाएं स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें, गर्भावस्था के समय शराब का उपयोग न करें और इस दौरान नियमित मेडिकल चेक-अप जरूर करवाएं। 

(फोटो- पिक्साबे) 

टॅग्स :हेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंटस्मार्टफोनसोशल मीडिया
Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटकेWATCH: रसगुल्ले के लिए घमासान, शादी समारोह में दूल्हा-दुल्हन के परिवारों के बीच मारपीट; बोधगया का वीडियो वायरल

टेकमेनियाएक्टिव सिम के बिना नहीं चलेगा आपका WhatsApp, केंद्र ने साइबर क्राइम रोकने के लिए नए नियम जारी किए

भारतसुप्रीम कोर्ट ने कॉमेडियन समय रैना को सफलता की कहानियों वाले दिव्यांग लोगों को शो में बुलाने और इलाज के लिए पैसे जुटाने का दिया निर्देश

भारतपीएम मोदी का नया लुक वायरल, सोशल मीडिया पर यूजर्स जमकर कर रहे तारीफ

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत