ज्यादा सोने की है आदत तो हो जाएं सावधान! हो सकती है ये जानलेवा बीमारी
By मेघना वर्मा | Published: June 15, 2018 10:18 AM2018-06-15T10:18:27+5:302018-06-15T10:18:27+5:30
सोने से जुड़े इस रिसर्च को दक्षिण कोरिया के सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन में किया गया है।
सोना किसे पसंद नहीं होता। ऑफिस से थककर जल्दी सो जाना हो या वीकेंड की सुबह देर तक सोना, हर कोई भरपूर और चैन की नींद सोना चाहते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि बहुत ज्यादा सोना भी आपके सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। हाल में हुई रिर्सच के मुताबिक यह बात सामने आई है कि 10 घंटे से ज्यादा सोना आपके मेटाबोलिक सिंड्रोम से जुड़ा हुआ होता है जिसका सीधा असर आपके दिल पर पड़ता है और दिल की बिमारियों का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।
हार्ट अटैक और उच्च रक्तचाप का होता है खतरा
रोजाना 10 घंटे से ज्यादा सोने वाले लोगों का कमर का घेरा या यूं कहें कमर से उनकी मोटाई बढ़ जाना, उच्च ट्राइग्लिसराइड के स्तर को मेटाबोलिक सिंड्रोम के रूप में जाना जाता है। इससे दिल के बिमारी का खतरा तेजी से बढ़ जाता है। जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ट्राइग्लिसराइड में एक प्रकार का वसा, अच्छे कोलेस्ट्रॉल का कम स्तर, उच्च रक्तचाप का खतरा शामिल है।
महिलाओं में बढ़ जाता है मोटापे का खतरा
पुरुषों व महिलाओं दोनों में ज्यादा समय तक सोने से ट्राइग्लिसराड का स्तर ज्यादा बढ़ जाता है। महिलाओं में इसकी वजह से कमर में मोटापा बढ़ जाता है, साथ ही रक्त शर्करा व अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर गिर जाता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इसके विपरीत, छह घंटे से भी कम की नींद पुरुषों में उपापचयी सिंड्रोम के उच्च जोखिम से जुड़ी हुई है और पुरुषों व महिलाओं में कमर के घेरे के बढ़ने से जुड़ी है।
पुरूष और महिलाओं पर अलग-अलग घटकों से हुआ है रिसर्च
सोने से जुड़े इस सबसे बड़े रिसर्च को दक्षिण कोरिया में किया गया है। यहां की सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन के मुख्य लेखक क्लेयर ई किम ने बताया कि यह एक बड़ा रिसर्च है जो पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग घटकों के बीच सोने की अवधि और उपापचयी सिंड्रोम और खुराक की प्रतिक्रिया की जांच करता है।