रहें सावधान, रोजाना नहाने से आपको हो सकती है ये बीमारी
By उस्मान | Published: May 3, 2018 07:32 AM2018-05-03T07:32:22+5:302018-05-03T07:32:22+5:30
नहाने के दौरान साबुन, क्लीनिंग प्रोडक्ट्स और स्क्रबिंग जैसी चीजों का इस्तेमाल करने के बावजूद इन्फेक्शन और बीमारियों का खतरा कम नहीं होता है।
इन्फेक्शन और बीमारियों से बचने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण है। नहाना, हमारी दिनचर्या का एक अहम हिस्सा है। पर क्या आपने कभी ये सोचा है कि नहाना जरूरी क्यों है? अगर आपसे कोई पूछे तो शायद आप यही कहें कि नहाने से ताजगी बनी रहती है जिससे दिनभर काम करने के लिए एनर्जी मिलती है। लेकिन सवाल यह है कि क्या रोजाना नहाना सही होता है? कोलंबिया यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ नर्सिंग द्वारा की गई एक रिसर्च के अनुसार, नहाने के दौरान साबुन, क्लीनिंग प्रोडक्ट्स और स्क्रबिंग जैसी चीजों का इस्तेमाल करने के बावजूद इन्फेक्शन और बीमारियों का खतरा कम नहीं होता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, अक्सर हाथ धोना बीमारियों के खतरे को कम करने के बेहतर तरीका है। इसके अलावा आपको रोजाना कपड़े बदलने चाहिए ताकि उन पर जमी डेड स्किन सेल्स से बचा जा सके।
यह भी पढ़ें- सॉफ्ट, सिल्की बालों के लिए लगाएं 'केले का पैक', जानें बनाने की विधि
1) स्किन का नैचुरल ऑयल होता है खत्म
रोजाना साबुन, शैम्पू इस्तेमाल करने से स्किन और हेयर का नैचुरल ऑयल खत्म हो सकता है और अच्छा बैक्टीरिया अलग हो सकता है। इसलिए इन चीजों का इस्तेमाल केवल उन हिस्सों पर किया जाना चाहिए जहां से स्मेल ज्यादा आती है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, ड्राई स्किन और ऐसे लोग जिनके घने बाल हैं उन्हें रोजाना नहाने की बजाय हफ्ते में एक या दो बार नहाना चाहिए। हालांकि अगर आप डैड्रफ से पीड़ित हैं, तो आपको नियमित रूप से अपने बाल धोने चाहिए।
2) पाचन और इम्युनिटी सिस्टम पर बुरा असर
मानव शरीर को विभिन्न सूक्ष्मजीवों का घर माना जाता है, जिनमें बैक्टीरिया, वायरस और अन्य सूक्ष्मजीव शामिल हैं जो आपको रोगाणुओं के खिलाफ सुरक्षा देते हैं। साबुन या शैंपू के साथ लगातार स्नान करने से वो व्यक्ति की त्वचा और शरीर अलग हो जाते हैं। आपको बता दें कि माइक्रोबायम शरीर की प्रतिरक्षा, पाचन और हृदय-कार्य को बनाए रखने के लिए ज़िम्मेदार हैं।
यह भी पढ़ें- इन 5 चीजों का करें सेवन, कंप्यूटर की तरह दौड़ने लगेगा आपका दिमाग
3) स्किन प्रॉब्लम्स
ऑस्ट्रेलियन रिसर्च कॉलेज पर डर्मोटोलॉजी के अध्यक्ष प्रोफेसर स्टीफेन शुमैक ने तर्क दिया कि हमारा शरीर प्राकृतिक तौर पर एक तैलीय पदार्थ निकालता है जो हमारी त्वचा की कोशिकाओं को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक होता है। अत्यधिक नहाने या धोने से त्वचा को वह तैलीय पदार्थ नहीं मिल पाता। ऐसे में त्वचा संबंधी रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।
(फोटो- पिक्साबे)