सफेद दाग त्वचा की एक आम समस्या है जिससे बहुत से लोग पीड़ित हैं। इसमें शरीर के किसी भी हिस्से में त्वचा में सफेद रंग का छोटा दाग हो जाता है जो धीरे-धीरे बढ़ता रहता है।
मेडिकल भाषा में सफेद दाग को Vitiligo या leucoderma कहा जाता है। इसके विभिन्न कारण हो सकते हैं। वैसे तो मेडिकल में इसके कई इलाज हैं लेकिन कुछ घरेलू उपायों के जरिये भी इसे रोका जा सकता या राहत पाई जा सकती है।
सफेद दाग होने के कारण
आपको बता दें कि त्वचा का अपना कोई रंग नहीं होता है क्योंकि यह अपना मेलेनिन (melanin) खो देती है। कई बार त्वचा का रंग बनाने वाली कोशिकाएं जिन्हें मेलानोसाइट्स के रूप में जाना जाता है नष्ट होने लगती हैं।
सबसे दुखद यह है कि इसका सटीक कारण सामने नहीं आया है। यह एक ऑटोइम्यून कंडीशन हो सकती है, जिसमें आपका शरीर कीटाणुओं पर हमला करने के बजाय आपकी खुद की कोशिकाओं को चालू कर देती है।
सफेद दाग के लक्षण
सफेद दाग होने पर प्रभावित हिस्से में त्वचा का रंग बदलने लगता है और सफेद दाग जल्दी दिखाई देने लगता है। कुछ दिनों तक छोटा दाग बड़ा होने लगता है और फैलने लगता है।
आमतौर पर सफेद दाग बगल, किसी पुरानी चोट की जगह पर, धूप में आने वाले हिस्से पर, तिल-मस्से के आसपास, पलकों और बालों पर हो सकता है।
सफेद दाग के लिए घरेलू उपचार
नीम की पत्ती
नीम की पत्ती का पेस्ट बनाकर दाग वाली जगह पर लगाएं। इससे खून साफ होगा और सफेद दाग के साथ त्वचा की कई रोग खत्म हो सकते हैं। अपने खाने में ज्यादा से ज्यादा बथुआ शामिल करें। रोज बथुआ उबाल कर उसके पानी से शरीर के सफेद दाग से छुटकारा मिल सकता है।
पपीता
पपीता एक स्वादिष्ट फल होने के साथ स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। पपीते को सफेद दाग के लिए प्रभावी माना जाता है। इसके लिए आपको दाग के बराबर वाले पपीते के टुकड़ों को रगड़ना चाहिए। इसके अलावा सफेद दाग के कारण बॉडी की खोए हुए मेलेनिन सेल्स से शरीर को फिर से भरने के लिए नियमित रूप से पपीते का रस पिएं।
लाल मिटटी
लाल मिट्टी को सफेद दाग के लिए प्रभावी उपचार माना जाता है। इसमें कॉपर की मात्रा अधिक होती है। दो चम्मच लाल मिट्टी में एक चम्मच अदरक का रस मिलाकर रोजाना लगाने से आपको कुछ दिनों में असर दिख सकता है। अदरक का रस सफेद दाद वाले हिस्से में ब्लड फ्लो भी बढ़ाता है।
हल्दी
हल्दी और सरसों के तेल को मिलाकर बनाया गया मिश्रण दाग वाली जगह लगाने से दाग कम हो सकता है। इसके लिए हल्दी में दो चम्मच सरसों का तेल मिलाकर प्रभावित हिस्से पर लगाएं और 15 मिनट तक रखने के बाद उस जगह को गुनगुने पानी से धो लें। ऐसा दिन में तीन से चार बार करें।
बथुआ
सफेद दाग से ग्रस्त व्यक्ति को रोज बथुआ की सब्जी खानी चाहिए। बथुआ उबाल कर उसके पानी से सफेद दाग वाली जगह को दिन में तीन से चार बार धोयें। कच्चे बथुआ का रस दो कप निकालकर उसमें आधा कप तिल का तेल मिलाकर धीमी आंच पर पकायें जब सिर्फ तेल रह जाये तो उसे उतारकर शीशी में भर लें।
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्तों में एंटी-एजिंग और एंटी-वायरल गुण पाए जाते हैं। तुलसी के ये गुण सफेद दाग से निपटने के लिए महत्वपूर्ण हैं। तुलसी के पत्तों को नींबू के रस के साथ मिलाने से आपकी त्वचा पर मेलेनिन का उत्पादन बढ़ेगा। बेहतर परिणाम के लिए रोज तुलसी के रस और चूने के रस का मिश्रण अपनी त्वचा पर लगाएं।