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कोरोना महामारी के बीच प्रेगनेंसी या IVF इलाज की बना रहे हैं योजना? इन खास टिप्स का जरूर करें पालन

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 25, 2021 13:17 IST

कोरोना महामारी के इस दौर में जिंदगी पिछले एक साल में काफी बदल गई है। इस बीच उन लोगों के लिए भी मुश्किलें पैदा हुई हैं जो प्रेगनेंसी की योजनाएं बना रहे थे। अस्पताल आने-जाने के बीच संक्रमण का खतरा बना रहता है। ऐसे में क्या किया जाए, जाने इस संबंध में कुछ खास टिप्स

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ठळक मुद्देकोरोना संकट के बीच कई लोगों के लिए आईवीएफ इलाज या प्रेगनेंसी की योजना भी टालनी पड़ी हैपिछले एक साल से कोरोना से पैदा हुए हालात के बाद कई लोग स्थिति में सुधार आने का इंतजार कर रहे हैंहालांकि, कुछ सावधानियों और टिप्स के साथ आप ग्रेगनेंसी की अपनी योजना आग भी बढ़ा सकते हैं

कोरोना महामारी के इस दौर में जब घरों से बाहर निकलना और अस्पतालों का चक्कर काटना बड़ी चुनौती है। संक्रमण का खतरा बना रहता है। इस बीच अगर आप आईवीएफ के जरिए प्रेगनेंसी की योजना बना रहे तो स्थिति और मुश्किल हो जाती है। कई लोगों ने कोरोना काल में इंफर्टिलिटि या आईवीएफ इलाज लेने की योजना को कुछ समय के लिए टाल दिया है और वे स्थिति के सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं।

कोविड संकट पूरी मानव जाति के लिए नई है और ऐसे में इसके मां और गर्भ में पल रहे बच्चों पर असर को लेकर भी ठोस डेटा अभी उपलब्ध नहीं हैं। इन सबके बीच एक अमेरिकी स्टडी में बताया गया है कि इंफर्टिलिटि के इलाज या फिर प्रेगनेंसी के दौरान कोविड वैक्सीन लेना सुरक्षित है। 

स्टडी के हवाले से ये भी कहा गया है कि वैक्सीन लेने के बाद आपको ज्यादा इंतजार नहीं करना चाहिए और कभी भी प्रेगनेंसी की योजना बना सकते हैं। बहरहाल, अगर आप इस कोरोना संकट के दौर में इंफर्टिलिटि या आईवीएफ इलाज को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो हम आपको कुछ सुझाव दे रहे हैं, जिसका पालन कर आप सुरक्षित रह सकते हैं।   

आईवीएफ इलास के लिए जाने वाले कपल इन बातों का रखें ध्यान

- इलाज के लिए जाने वाले कपल कुछ को सकारात्मक रखें, स्वस्थ और शांत रहे। भावनात्मक तौर पर भी आपको मजबूत रहना है।- इस दौरान जब भी इलाज के लिए जाएं, मास्क जरूर पहनें और नाक और मुंह को अच्छी तरह ढक कर रखें।- हाथ की सफाई और सैनेटाइजर का इस्तेमाल हर कुछ देर में करते रहें।- कोशिश करें को शारीरिक संपर्क कम से कम हो और बिना वजह आप घर से बाहर नहीं जाएं।- अपने डॉक्टर से सभी जरूरी सलाह इलाज के समय जरूर लेते रहें।- अच्छा और बैलेंड डायट लें। जंक फूड को न खाएं तो बेहतर है।- सांस के व्यायाम जैसे योग, ध्यान लगाना आदि जरूर करें। इससे आप पॉजिटिव और स्वस्थ महसूस करेंगे।

साथ ही जो मरीज बीपी, डायबिटिज, लिवर की बीमारियों, किडनी या फेफड़े की किसी बीमारी से जूझ रहे हैं वे अपने डॉक्टर से प्रेगनेंसी के संबंध में सलाह जरूर लें और फिर कदम आगे बढ़ाएं।

ये भी जरूरी है कि अगर आप आईवीएफ इलाज को अपनाने जा रहे हैं तो ऐसे केंद्र के बारे में पता करें जहां संक्रमण का खतरा कम से कम हो। वहां बहुत से मरीज एक समय में नहीं होने चाहिए। ये भी जरूरी है कि उस अस्पताल या जगह का ठीक तरह से सैनेटाइजेशन आदि किया जाता रहा हो और साफ-सफाई हो।

इसका भी ध्यान रखें कि वहां के कर्मचारी सभी सुरक्षा किट आदि पहने हुए हों। इन सबके बावजूद अगर आप इंफर्टिलिटि या आईवीएफ इलाज के लिए आने-जाने के दौरान कोरोना संक्रमित होते हैं या कोविड के लक्षण आपमें आते हैं तो अस्पताल नहीं जाएं। ऑनलाइन तरीके से अपने डॉक्टर से सलाह लें। 

जरूरी ये भी है कि लक्षण आते ही अपना कोरोना टेस्ट जरूरी कराएं। अगर रिजल्ट पॉजिटिव आता है तो अपने डॉक्टर से सलाह लें और प्रेगनेंसी की योजना को बीमारी से ठीक होने तक टाल दें।

टॅग्स :हेल्थ टिप्सकोरोना वायरसप्रेगनेंसीआईवीएफ तकनीक
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