सर्दियों में गठिया और जोड़ों के दर्द वाले मरीज हो गए है परेशान तो इन चीजों को खाना छोड़ दें, जानें जानकारों की राय
By आजाद खान | Published: January 1, 2023 07:53 PM2023-01-01T19:53:37+5:302023-01-01T19:59:59+5:30
जानकारों की माने तो गठिया और जोड़ों के दर्द वाले मरीजों के लिए केवल सर्दी ही कारण नहीं है, बल्कि आपका खान-पान और रहन-सहन भी निर्भर करता है।
Arthritis-Joint Pain: सर्दियां आते ही गठिया और जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों की तकलीफें बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस सीजन में गठिया और जोड़ों के दर्द से जूझ रहे लोगों पर सर्दी का असर ज्यादा पड़ता है जिससे उनकी परेशानी बढ़ती है। यह परेशानी खासकर बुजर्गों में देखी जाती है क्योंकि उम्र के साथ उनकी हड्डियां कमजोर हो जाती है।
लेकिन क्या आपको पता है कि गठिया और जोड़ों के दर्द से परेशान मरीजों को ठंड में केवल सर्दी से ही तकलीफें नहीं बढ़ती है, बल्कि इसके पीछे आपका खान-पान और रहन-सहन भी निर्भर करता है। तो ऐसे में आइए जानते है कि इन लोगों के लिए जानकारों का क्या कहना है और वो कौन-कौन सी चीजें है जिससे इन लोगों को परहेज करना चाहिए।
क्या कहते है जानकार
स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार, कुछ खाद्य-पेय पदार्थ इंफ्लामेशन, गठिया के सूजन और दर्द को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में उनका कहना है कि अगर ये लोग अपने खान-पान पर ध्यान न दें और इसे जारी रखे तो ऐसे में उन में आर्थराइटिस लक्षणों की गंभीरता का खतरा बढ़ जाता है।
इस पर बोलते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे लोग अपने खानपान में नमक को सही से इस्तेमाल करें। इन लोगों को इसे ध्यान से उपयोग करने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि सोडियम वाले आहार से इन लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। इस हालत में जानकारों द्वारा उन्हें नमक कम मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है।
इन लोगों को इससे भी करना चाहिए परहेज
जो लोग गठिया और जोड़ों के दर्द से परेशान है, उन्हें शराब का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ये उनके सेहत के लिए घातक भी हो सकता है। ऐसे लोगों को में गाउट अटैक की आवृत्ति और इसकी गंभीरता अधिक हो सकती है।
यही नहीं ऐसे लोगों को बाहर का खाना जैसे फास्ट फूड और अन्य दूसरी चीजों से भी परहेज करना चाहिए। ये चीजें इनके सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। इसके साथ तला-भूना खाने से भी दूर रहना चाहिए। ऐसे में अगर इन बातों का ध्यान रखा जाएगा तो इससे ऐसे लोगों की परेशानी काफी हद तक कम हो सकती है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)