डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जीका वायरस, यलो फीवर, से बचने के लिए तुरंत पीना शुरू कर दें इस फल के पत्तों का रस
By उस्मान | Published: March 7, 2019 12:07 PM2019-03-07T12:07:38+5:302019-03-07T12:07:38+5:30
सर्दियों का मौसम खत्म होने वाला है और गर्मियां शुरू होने वाली हैं। मार्च-अप्रैल के मौसम में मछरों के पनपने और उनसे होने वाली बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जीका वायरस, यलो फीवर, जापानी एन्सेफलाइटिस का सबसे ज्यादा खतरा होता है। इन सभी बीमारियों से बचने के लिए आपको अभी से पपीते के पत्तों का रस पीना शुरू कर देना चाहिए।
सर्दियों का मौसम खत्म होने वाला है और गर्मियां शुरू होने वाली हैं। मार्च-अप्रैल के मौसम में मछरों के पनपने और उनसे होने वाली बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जीका वायरस, यलो फीवर, जापानी एन्सेफलाइटिस का सबसे ज्यादा खतरा होता है। इन सभी बीमारियों से बचने के लिए आपको अभी से पपीते के पत्तों का रस पीना शुरू कर देना चाहिए।
आयुर्वेद के अनुसार, औषधीय गुणों से भरपूर पपीते के पत्ते आपको कई गंभीर रोगों से बचाने में सहायक हैं। पपीते के पत्तों में विटामिन ए, बी, सी, डी और ई पाया जाता है साथ ही इसमें कैल्शियम भी पाया जाता है।
कई शोध बताती हैं कि पपीते के पत्तों का मेथी के साथ सेवन करने से कैंसर, दिल की बीमारी, डेंगू, ब्लड शुगर तथा आंतों में बसे परजीवियों को नष्ट करने में सफलता मिल सकती है। यह इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाते हैं और शरीर से डेंगू के विषैले जहर को निकालने मे मदद करते हैं।
1) प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने में सहायक
कई अध्ययनों में इस बात की पुष्टि की गई है कि पपीते के पत्तों का रस पीने से प्लेटलेट्स व आरबीसी काउंट बढ़ता है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। इसलिए इनका इस्तेमाल डेंगू फीवर के इलाज के लिए किया जाता है।
2) कैंसर से करते हैं बचाव
पपीते के पत्तों के रस में एंटी-ट्यूमर गुण होते हैं, जो कैंसर के कुछ प्रकार, विभिन्न एलर्जी विकार और इम्युनोसुप्पेर्सेंट रोगों की शुरुआत में देरी करने में मदद करते हैं।
3) इम्युनिटी सिस्टम को बनाते हैं मजबूत
अध्ययनों के अनुसार, पपीते के पत्तों के रस में भारी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इसका जूस पीने से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करने और किडनी, लीवर और पेट के स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
4) कब्ज और बवासीर से बचाने में सहायक
पपीते को एक लैक्सेटिव के रूप में जाना जाता है, जो मल त्याग में सुधार करने और कब्ज़ से राहत दिलाने में सहायक है। इसके पत्तों का रस पीने से भी पेट संबंधी परेशानियों से बचने में मदद मिलती है।
5) मुंहासे दूर करे
अगर चेहरे पर मुंहासे हैं तो सूखी पपीते की पत्ती ले कर उसे थोड़े से पानी के साथ मिक्स कर के पेस्ट बना लें। फिर इस पेस्ट को चेहरे पर लगा कर सुखा लें और फिर पानी से धो लें।
6) बैक्टीरिया की ग्रोथ रोकने में सहायक
पपीते की पत्तियों में 50 एक्टिव सामग्रियां होती हैं जो कि सूक्ष्मजीवों जैसे फंगस, कीड़े, परजीवी और कैंसर कोशिकाओं के विभिन्न अन्य रूपों को बढ़ने से रोकती हैं।
7) इम्युनिटी मजबूत करने में मददगार
पपीते की हरी पत्तियों में सर्दी और जुखाम जैसे रोगों से लड़ने की शक्ति होती है। यह खून में व्हाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स को विकास बढ़ा देती है।
नियमित रूप से इसका रस पीने से आपके शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता मजबूत होती है।
8) डेंगू में रामबाण
डेंगू से लड़ने के लिए पपीते की पत्तियां काफी लाभकारी है। यह गिरते हुए प्लेटलेट को बढ़ाने, खून के थक्के जमने तथा जिगर की क्षति को रोकती है, जो कि डेंगू वायरस के कारण हो जाता है।