Nasal Covid vaccine: AIIMS में जल्द शुरू होगा 'नेजल वैक्सीन' के 2,3 चरण का क्लिनिकल ट्रायल, जानिए कितना असरदार है नाक का टीका

By उस्मान | Published: September 9, 2021 09:20 AM2021-09-09T09:20:37+5:302021-09-09T09:22:58+5:30

दिल्ली एम्स में भारत बायोटेक की नेजल कोविड वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल किया जाएगा

Nasal Covid vaccine: AIIMS Delhi to conduct Phase 2, 3 clinical trials of Bharat Biotech's shot soon, know facts and benefits of nasal vaccine in Hindi | Nasal Covid vaccine: AIIMS में जल्द शुरू होगा 'नेजल वैक्सीन' के 2,3 चरण का क्लिनिकल ट्रायल, जानिए कितना असरदार है नाक का टीका

कोविड नेजल वैक्सीन

Highlightsदिल्ली एम्स में भारत बायोटेक की नेजल कोविड वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल किया जाएगानाक के टीके का परीक्षण अगले कुछ हफ्तों में शुरू होने की उम्मीद हैमानव परीक्षणों से गुजरने वाला अपनी तरह की पहली कोविड -19 वैक्सीन

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच एक राहत की खबर आई है। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में जल्द ही भारत बायोटेक की नेजल कोविड वैक्सीन (nasal covid vaccine) का क्लीनिकल ट्रायल किया जाएगा। 

लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस नाक के टीके का परीक्षण अगले कुछ हफ्तों में शुरू होने की उम्मीद है। एम्स एथिक्स कमेटी की अनुमति लेने के लिए इस क्लिनिकल ट्रायल की मंजूरी भेजी गई है। भारत बायोटेक की इंट्रानेजल वैक्सीन को अगस्त में दूसरे चरण के परीक्षण के लिए मंजूरी मिली थी।

भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन की खास बातें

1) एडेनोवायरल इंट्रानेजल वैक्सीन BBV154 भारत में मानव परीक्षणों से गुजरने वाला अपनी तरह की पहली कोविड -19 वैक्सीन है।

2) एथिक्स कमिटी की मंजूरी मिलने के बाद, दूसरे चरण का परीक्षण वालंटियर्स पर किया जाएगा, जिन्हें बीच में चार सप्ताह के अंतराल के साथ टीके की दो खुराक दी जाएगी।

3) विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार, 18-60 वर्ष की आयु वर्ग के स्वस्थ स्वयंसेवकों में चरण 1 का परीक्षण अच्छी तरह से सहन किया गया था।

4) तीसरे चरण के परीक्षण के लिए परीक्षण चरण-2 के नैदानिक परीक्षणों के पूरा होने के बाद शुरू होगा।

5) भारत बायोटेक के नाक के टीके के नैदानिक परीक्षण के प्रमुख अन्वेषक डॉ संजय राय होंगे।

नाक का टीका अधिक प्रभावी हो सकता है

इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन एंटीबॉडी का उत्पादन करता है जो वायरस को पहचानने के लिए रक्त में प्रसारित होता है। लेकिन यह नाक और नाक के मार्ग में एंटीबॉडी का उत्पादन नहीं करता है।

इसने इस संभावना को बढ़ा दिया है कि टीका लगने वाले लोगों को वायरस हो सकता है और वो फैला भी सकते हैं, भले ही उन्हें पता न हो कि वे संक्रमित हैं। वैज्ञानिकों ने प्रस्तावित किया है कि नाक के टीके नाक के मार्ग और रक्तप्रवाह दोनों में वायरस को अवरुद्ध करने में सक्षम हो सकते हैं।

एनआईएच के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (एनआईएआईडी) के डॉ विंसेंट मुंस्टर के नेतृत्व में शोधकर्ताओं ने हैम्स्टर्स और बंदरों में ऑक्सफोर्ड / एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की इंट्रानैसल डिलीवरी का परीक्षण किया। ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका नेजल स्प्रे ने हैम्स्टर्स और बंदरों को गंभीर बीमारी से बचाया और नाक में वायरस की मात्रा को कम किया।

Web Title: Nasal Covid vaccine: AIIMS Delhi to conduct Phase 2, 3 clinical trials of Bharat Biotech's shot soon, know facts and benefits of nasal vaccine in Hindi

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