रेवाड़ीः Eye-Q Eye Hospital और IMA रेवाड़ी ने मिलकर गुरुवार शाम मानसून ऑप्थाक्वेस्ट नामक एक खास मेडिकल कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम के ज़रिए डॉक्टरों को आंखों की बीमारियां, इलाज की नई तकनीक और बेहतर देखभाल के तरीकों के बारे में जानकारी देना था। यह कार्यक्रम रेवाड़ी के किंग्स क्लब में आयोजित हुआ जिसमें रेवाड़ी और आसपास के इलाकों से 150 से अधिक डॉक्टरों ने हिस्सा लिया। इस दौरान मौजूद डॉक्टरों को Eye विशेषज्ञों ने आंखों से जुड़ी अलग अलग तरह की बीमारियां, पहचान और इलाज के नए आयाम को लेकर विस्तार से बताया।
इसमें रेटीना सर्जरी, विजन करेक्शन, ग्लूकोमा, आंखों के लेंस आदि को लेकर EYE Q अस्पताल के 7 डॉक्टरों ने बारी बारी से अपनी बात रखी। मकसद उन डॉक्टरों में आंखों को लेकर एक बेहतर समझ पैदा करने की थी जिनको विशेषज्ञता किसी और बीमारी को लेकर है। कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले डॉक्टरों को बताया गया कि रोजमर्रा की प्रैक्टिस में आंखों की जांच को गंभीरता से लेना क्यों जरूरी है।
उन्होंने यह भी सीखा कि कई बार अन्य बीमारियों के लक्षण भी आंखों में नजर आ सकते हैं, इसलिए जांच के दौरान सतर्क रहना जरूरी है। Eye Q अस्पताल के चीफ मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर अजय शर्मा ने लेटेस्ट IOL (आंखों में लगने वाले लेंस) को चुनने की सही तकनीक के बारे में बताया। वहीं, एसोसिएट रीजनल मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर गौतम यादव ने बच्चों में तिरछी आंखों से जुड़े मिथकों और सच्चाई को लेकर अपना व्याख्यान दिया।
डॉ. दीपेन्द्र वी. सिंह ने रेटिना सर्जरी के क्षेत्र में बीते 20 सालों में हुई तरक्की, डॉ. मैनक भट्टाचार्य ने ग्लूकोमा के इलाज में आ रहे बदलाव और डॉ. अभिनव सिंसिनवार ने जटिल मोतियाबिंद के मामलों में बेहतर नतीजे पाने के लिए अपनाई जाने वाली तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया। डॉक्टरों के मन में रह गए सवालों के जवाब लिए Q & A सेशन के दौरान दिए गए। इस अवसर पर IMA रेवाड़ी के अध्यक्ष डॉ. दीपक शर्मा और सचिव डॉ. मनीष तनेजा भी मौजूद रहे।