अग्नाशय कैंसर से पीड़ित गोवा CM मनोहर पर्रिकर का निधन, जानिए इस गंभीर बीमारी के बारे में सब
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 17, 2019 08:16 PM2019-03-17T20:16:27+5:302019-03-17T20:54:42+5:30
Goa chief minister Manohar Parrikar Passed away: मनोहर पर्रिकर का निधनः अग्नाश्य कैंसर से पीड़ित अधिकतर लोगों का स्टेज 4 में इलाज किया जाता है। हालांकि फर्स्ट स्टेज में इलाज किये गए मरीज को भी स्टेज 4 का कैंसर हो सकता है। मेट्रो कैंसर हॉस्पिटल में कैंसर एक्सपर्ट आरके चौधरी आपको पैंक्रियाज कैंसर के बारे में बता रहे हैं।
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का 63 साल की उम्र में निधन हो गया। वह अग्नाशय के कैंसर यानी एडवांस पैंक्रियाज कैंसर (Pancreatic cancer) से पीड़ित थे। वह अपनी इस बीमारी का लंबे समय से इलाज करवा रहे थे। इसके लिए उन्हें अमेरिका भी जाना पड़ा था।
अग्नाशय क्या है
अग्नाश्य कहते हैं, ये पाचन तंत्र का मुख्य अंग और छोटी आंत का पहला भाग होता है। अग्नाशय 6-10 इंच लंबी ग्रंथि होती है जो आमाशय के पीछे पेट में पायी जाती है। अग्नाशय खाना पचाने में मदद करने वाले हार्मोन और एंजाइम को छोड़ता है। अग्नाशय इंसुलिन, ग्लुकागोन, व सोमाटोस्टाटिन हार्मोन बनाने वाला शरीर का सबसे अहम हिस्सा है, जो शरीर के सारे सिस्टम को बेहतर रखने का काम करता है।
शरीर में अग्नाशय का काम
अग्नाश्य बहुत से पाचक एंजाइम्स का भंडार भी है। इसमें पाचक एंजाइम होते हैं जो कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन व वसा को तोड़ते हैं। अग्नाश्य ठीक से काम न करे तो कई बीमारियां हो सकती हैं। जिसमें अग्नाश्य कैंसर, गैस, मधुमेह, अग्नाशयशोथ भी शामिल हैं। कैंसर होना पेनक्रियाज़ के लिए सबसे खतरनाक स्थिति मानी जाती है।
स्टेज 4 अग्नाशय का कैंसर
अग्नाश्य कैंसर से पीड़ित अधिकतर लोगों का स्टेज 4 में इलाज किया जाता है। हालांकि फर्स्ट स्टेज में इलाज किये गए मरीज को भी स्टेज 4 का कैंसर हो सकता है। मेट्रो कैंसर हॉस्पिटल में कैंसर एक्सपर्ट आरके चौधरी आपको पैंक्रियाज कैंसर के बारे में बता रहे हैं।
स्टेज IV का मतलब है कि शरीर के दूसरे हिस्से में कैंसर फैल रहा है है। यह अक्सर लीवर, पेट की दीवार, फेफड़े, हड्डियों, दूर से लिम्फ नोड्स या इनमें से एक संयोजन में फैलता है। इस स्तर पर कैंसर को मेटास्टेटिक या एडवांस कैंसर भी कहा जा सकता है।
स्टेज 4 अग्नाशय कैंसर का इलाज
स्टेज IV का इलाज आमतौर पर कीमोथेरेपी है। इस लेवल पर सर्जरी द्वारा कैंसर को हटाया नहीं जा सकता है। हालांकि क्लिनिकल ट्रायल टेस्ट जैसे विकप्प भी दिए जा सकते हैं।
अग्नाशय के कैंसर के लक्षण
50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में पीठ या पेट में दर्द, वजन में कमी, पीलिया, भूख में कमी, मतली, मल में परिवर्तन, अग्नाशयशोथ और हाल ही में शुरू होने वाला डायबिटीज शामिल हैं। एडवांस अग्नाशय के कैंसर से जलोदर (पेट में तरल पदार्थ), थकान और खून के थक्के आदि शामिल हैं।