शरीर में दो किडनी होती हैं जिनका मुख्य कामकाज शरीर से गंदे तरल पदार्थों को बाहर निकालना और हार्मोन का उत्पादन करना है जो ब्लड प्रेशर, रेड ब्लड सेल का उत्पादन, एसिड रेगुलेशन को नियंत्रित करना है। इसके अलावा किडनी कैल्शियम, सोडियम, पोटेशियम और अन्य इलेक्ट्रोलाइट के चयापचय को प्रभावित करती हैं।
आजकल कम पानी पीने और खराब खानपान के कारण किडनी की बीमारियां तेजी से बढ़ती जा रही हैं। किडनी के प्रभावित होने पर आपको गंभीर दर्द का सामना कारन पड़ सकता है। कई बार लोग यह नहीं समझ पाते हैं कि किडनी के दर्द की पीठ दर्द समझकर अनदेखी कर देते हैं। हम आपको बता रहे हैं आप किडनी के दर्द की कैसे पहचान कर सकते हैं और इससे कैसे छुटकारा पा सकते हैं।
किडनी का दर्द कहां होता है?
सबसे पहले आपको यह समझना जरूरी है कि किडनी कहां होती है। किडनियां सेम के आकार के अंग हैं (लगभग 11 सेमी x7 सेमी x3 सेमी) जो पेट के ऊपरी हिस्से में पीठ की मांसपेशियों के सामने होती हैं। वे शरीर के बाईं और दाईं ओर होती है।
किडनी के दर्द को न समझें पीठ दर्द
कई बार लोग किडनी के दर्द को पीठ दर्द समझ लेते हैं क्योंकि इसका दर्द भी शरी इसके अलावा र के पिछले हिस्से में महसूस होता है। लेकिन इन दोनों दर्द में थोड़ा अंतर होता है। किडनी का दर्द तेज और गंभीर होता है और इसमें मरीज की हालत ज्यादा खराब हो जाती है उसके लिए उठना-बैठना और चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है जबकि पीठ दर्द इतना गंभीर नहीं होता है। किडनी का दर्द दोनों तरफ हो सकता है।
किडनी में दर्द होने के कारण
किडनी में दर्द के कई कारण हैं जिसमें मुख्यतः किडनी में इन्फेक्शन और किडनी में पथरी है। इसके अलावा यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई) भी इसका एक मुख्य कारण है।
किडनी में दर्द के लक्षण
किडनी का दर्द बहुत असहनीय होता है। किडनी में दर्द होने के लक्षणों में बुखार, पेशाब करते समय में दर्द और जलन, जी मिचलाना और उल्टी शामिल है। शरीर के निचले हिस्से में दर्द होने के साथ अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होता है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
किडनी के दर्द से राहत पाने के उपाय
गर्म सिकाईअगर आपको कमर के निचले हिस्से में बहुत अधिक दर्द हो रहा है तो आप प्रभावित हिस्से में गर्म सिकाई कर सकते हैं। इसे करते वक्त ध्यान रखें कि कम्प्रेस को सही पोजीशन में रखें। इसके अलावा दर्द को कम करने के लिए आप हॉट बाथ भी ले सकते हैं।
तुलसीकिडनी में पथरी के दौरान होने वाले दर्द से राहत दिलाने के लिए तुलसी कारगर है। इसका इस्तेमाल के लिए एक बड़ा चम्मच तुलसी का जूस और शहद एक गिलास पानी में मिलाएं और इसका सेवन करें।
पानी पिएंकिडनी में पथरी की समस्या से राहत दिलाने के लिए पानी सबसे प्रभावी उपचार है। यह किडनी में पथरी को घुलने में मदद करता है जिससे यह आसानी से निकल जाएं। इसलिए दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरुर पिएं।
ग्रीन टीएक चम्मच ग्रीन टी को एक कप पानी में उबाल कर छान लें और इसका सेवन करें। दिन में 2 कप ग्रीन टी का सेवन करें। ग्रीन टी में ड्यूरेटिक प्रोपर्टीज होती हैं जो कि किडनी की पथरी को घोलने में मदद करती हैं और पथरी के दर्द को कम करती है।
नींबू पानीएक गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़ कर इसमें थोड़ा शहद मिला लें। इसका सेवन दिन में दो बार करें। एक बार सुबह में खाली पेट इसका सेवन जरुर करें। नींबू में सिट्रस और एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो किडनी में मौजूद पथरी को डिजॉल्व करने में मदद करता है। साथ ही नींबू पानी शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है।
किडनी की पथरी के लिए घरेलू उपाय
दिल्ली स्थित अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में किडनी स्पेशलिस्ट डॉक्टर एसके पॉल बता रहे हैं किडनी की पथरी होने पर आपको इन चीजों को खाने से बचना चाहिए।
1) अनार का रसअनार का रस गुर्दे की पथरी को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये पोटेशियम का एक बेहतर स्रोत है। पोटेशियम मिनरल्स क्रिस्टल के गठन को रोकता है जो गुर्दे की पथरी का कारण बनते हैं। यह पथरी के निर्माण को भी कम करता है, गुर्दे से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और मूत्र में अम्लता के स्तर को कम करता है।
2) नींबू का रसडॉक्टर के अनुसार, बहुत महीन आकार की पथरी मूत्र मार्ग से मूत्र निकल जाती है लेकिन कई बार जब ये पथरी नहीं निकल पाती तो एक जगह जमा होने लगती है और पथरी के छोटे-छोटे कण मिलकर एक बड़ा रूप ले लेते हैं। नींबू के रस में साइट्रिक एसिड की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो धीरे-धीरे ऑक्जालेट और सोडियम आदि तत्वों के इस जमाव को घुलाता रहता है। घुलने के बाद पथरी के छोटे-छोटे कण मूत्र मार्ग से ही निकलते रहते हैं।
3) तरबूज का रसतरबूज में उच्च मात्रा में पोटेशियम लवण होते हैं, जो मूत्र में अम्लीय स्तर को विनियमित करने में मदद करते हैं। वसंत लाड द्वारा द कम्प्लीट बुक ऑफ आयुर्वेदिक होम रेमेडीज, ए कंप्रीहेंसिव गाइड टू इंडिया ऑफ द हिस्टरी हीलिंग टू इंडिया के अनुसार एक चौथाई चम्मच धनिया पाउडर के साथ एक कप तरबूज का रस पीने से फायदा होता है।