बेंगलुरुः कर्नाटक सरकार ने इन्फ्लूएंजा ए के उप स्वरूप ‘एच3एन2’ फैलने के संबंध में उठाए जाने वाले एहतियातन कदमों पर विचार-विमर्श करने के लिए आज स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और विशेषज्ञों की बैठक बुलायी। स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि इस संबंध में केंद्र के दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। मौसमी फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए वायरल संक्रमण के प्रसार को रोकने और नियंत्रित करने के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे एहतियाती उपायों का पालन करें, किसी भी लक्षण के मामले में डॉक्टर से मिलें और सख्ती से स्व-दवा से बचें।
स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि बच्चे और 65 साल से अधिक उम्र के लोग भीड़ वाले इलाके में जानें से बचें। गर्भवती महिलाएं हर प्रोटोकॉल का पालन करें। हीटवेव और तापमान में वृद्धि पर भी चर्चा की गई है। लू से बचाव में गाइडलाइन जारी की गई। पानी, छाछ और नारियल पानी का सेवन करें।
सुधाकर ने कहा, ‘‘केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हमें इस पर (एच3एन2) ध्यान देने के लिए कहा। हमारे स्वास्थ्य आयुक्त और प्रधान सचिव ने इस संबंध में विचार-विमर्श किया है। एहतियातन कदम उठाने के संबंध में बैठक बुलायी।’’ अभी तक कर्नाटक में ऐसा कोई मामला नहीं आया है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार लक्षणों में से एक लगातार खांसी का रहना है।
जब ऐसे मामले आते हैं, तो क्या कदम उठाए जाएंगे और इलाज की कौन-सी पद्धति अपनायी जाएगी, इस पर विशेषज्ञों के साथ कल की बैठक में चर्चा की जाएगी।’’ भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के विशेषज्ञों ने कहा कि भारत में पिछले दो-तीन महीने से बुखार के साथ लगातार खांसी इन्फ्लूएंजा ए के उप स्वरूप एच3एन2 के कारण है।