नई दिल्ली: क्रिसमस का समय है और नया साल भी अब ज्यादा दूर नहीं है। ऐसे में कई लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ इन्हें मनाने की तैयारी कर रहे हैं। कुछ लोग कार्यस्थलों पर होने वाले समारोह की तैयारी में जुटे हैं तो कुछ दोस्तों के साथ मिलने-जुलने को तैयार हैं जबकि कुछ क्रिसमस पर फिल्म देखने का मन बना रहे हैं। ये समारोह जहां आनंद प्रदान करते हैं, वहीं ये आपकी स्वस्थ जीवनशैली को प्रभावित भी कर सकते हैं।
सर्वेक्षण बताते हैं कि लगभग 45 प्रतिशत लोग छुट्टियों के दौरान व्यायाम छोड़ देते हैं। वे अधिक थकान महसूस करते हैं और अपने लिए उनके पास कम समय होता है। वहीं कई लोग इस दौरान शराब का ज्यादा सेवन करने लगते हैं।
कनाडा के सिमोन फ्रेसर विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य विज्ञान विभाग के प्रोफेसर स्कॉट लियर के अनुसार छुट्टियों के दौरान लोग अधिक भोजन करते हैं, जिससे वजन बढ़ने लगता है। साल के इस समय केक, चॉकलेट, मसालेदार मांस, मुल्तानी शराब और अन्य उत्पाद भरपूर मात्रा में मिलते हैं। इनमें से अधिकांश खाद्य पदार्थों में वसा, चीनी और कैलोरी की उच्च मात्रा होती है।
प्रोफेसर स्कॉट लियर के अध्ययन में स्वस्थ जीवनशैली से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को होने वाले लाभ पर प्रकाश डाला गया है। अनुमान लगाया गया कि क्रिसमस के दिन लोग लगभग 6,000 कैलोरी लेते हैं। अधिकांश लोगों को रोजाना जितनी कैलोरी लेने की सलाह दी जाती है, उसकी यह दो-तीन गुना है। कई दावे हैं कि इतनी मात्रा में भोजन से छुट्टियों में वजन बढ़ जाता है। हालांकि एक स्थायी अटकल है कि छुट्टियों के दौरान औसतन 2.25 से 4.5 किलोग्राम वजन बढ़ता है।
बरतें ये सावधानी
छुट्टियां ढेर सारी गतिविधियों में शामिल होने के कई अवसर प्रदान भी करती हैं, जिनमें खरीदारी से लेकर क्रिसमस बाजरों की रौनक और साज-सजावट देखने जाना शामिल हैं। इस दौरान पर्याप्त नींद लें, क्योंकि पर्याप्त नींद नहीं लेने से अधिक भोजन करने की संभावना बढ़ जाती है। शराब के सेवन के प्रति सावधान रहें, जो आपके आत्म-अनुशासन को खराब कर सकता है। सक्रिय रहें और व्यायाम न छोड़े।
कुछ समय के लिए व्यायाम छोड़ने से भले ही आपकी फिटनेस और दीर्घकालिक स्वास्थ्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन इससे आपका मूड प्रभावित हो सकता है। व्यायाम से ऊर्जा का स्तर बढ़ता है, मूड में सुधार होता है और तनाव कम होता है।
संगीत की सहारा भी लिया जा सकता है। गाना गाने से तनाव कम होता है, आपके फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और आपके खून में संक्रमण से बचाने वाले अणुओं की संख्या में इजाफा होता है। छुट्टियों की योजना बनाने से मदद मिल सकती है और आपकी योजना में खर्च करने का बजट, आप किन आयोजनों में भाग लेंगे और किसमें हिस्सा नहीं लेंगे आदि चीजों को शामिल किया जा सकता है।