World Cancer Day 2018: लोगों को क्या करना चाहिए, जिससे कैंसर की पहले ही स्टेज में पहचान हो सके?
By उस्मान | Updated: February 4, 2018 16:59 IST2018-02-04T15:02:56+5:302018-02-04T16:59:53+5:30
कैंसर से जुड़ी बड़ी समस्या यह है कि इसके शुरुआती लक्षणों की पहचना नहीं हो पाती है और जब तक पहचान होती है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।

World Cancer Day 2018: लोगों को क्या करना चाहिए, जिससे कैंसर की पहले ही स्टेज में पहचान हो सके?
कैंसर एक खतरनाक बीमारी है जिसका सही समय पर इलाज नहीं कराया गया, तो आपकी मौत भी हो सकती है। लेकिन इस बीमारी से जुड़ी समस्या यह है कि इसके शुरुआती लक्षणों की पहचान नहीं हो पाती है और जब तक पहचान होती है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। अगर आप इस जानलेवा बीमारी से बचना चाहते हैं, तो दिल्ली स्थित मेट्रो कैंसर हॉस्पिटल में कैंसर एक्सपर्ट डॉक्टर आर के चौधरी आपकी मदद कर सकते हैं। डॉक्टर आपको बता रहे हैं कि आप कैंसर की पहचान पहले ही स्टेज में कैसे कर सकते हैं।
डॉक्टर के अनुसार, देश में 70 से 80 फीसदी कैंसर के मामले एडवांस स्टेज के रूप में सामने आते हैं यानि वो स्टेज तीन या चार में होते हैं। लोगों में कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान नहीं हो पाने की मुख्य वजह लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता की कमी है। यही वजह है कि उन्हें पहले स्टेज में इस बीमारी का पता नहीं लग पाता है। भारत में 10 से 12 फ़ीसदी मामले पहले और दूसरे स्टेज के रूप में सामने आते हैं जबकि 80 से 85 फ़ीसदी मामले तीसरे और चौथे स्टेज में आते हैं।
ब्रेन के कैंसर के लक्षणों में सिरदर्द और उल्टी होना शामिल है। मुंह के कैंसर के लक्षणों में मुंह में छाले या अल्सर होना शामिल है, जो जल्दी से सही नहीं होते हैं या सही होने के बाद दोबारा हो जाते हैं। इसके अलावा आवाज में भारीपन भी इसका एक लक्षण है। फेफड़े के कैंसर के लक्षणों में चेस्ट पेन, जलन और खांसी में खून आना शामिल हैं। किडनी के कैंसर के लक्षणों में पेशाब में खून आना, बार-बार पेशाब आना या पेशाब रूककर आना शामिल हैं। ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों में ब्रेस्ट की शेप बदलना, गांठ बनना या डिस्चार्ज होना शामिल हैं। जरूरी नहीं है कि यह सभी लक्षण कैंसर के हों लेकिन आपको इस तरह के कोई भी लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
(फोटो- Pixabay)