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HMPV Cases in India: एचएमपीवी संक्रमण टेस्ट फीस क्या है, यहां जानें सबकुछ, कहां कराएं...

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 8, 2025 15:30 IST

HMPV Cases in India: साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोना, गंदे हाथों से आंख, नाक या मुंह को नहीं छूना, रोग के लक्षण वाले लोगों के साथ निकट संपर्क से बचना और खांसते एवं छींकते समय मुंह एवं नाक को ढंकना।

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ठळक मुद्देदेश भर में इस श्वसन वायरस चल रहा है।भारत में अभी तक 7-10 केस आए हैं।रोकथाम के बारे में जागरूकता फैलाने की सलाह दी है।

HMPV Cases in India: भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण को लेकर केंद्र सरकार एक्शन में है। राज्य सरकार को गाइडलाइन जारी किया है। केंद्र ने राज्यों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन संबंधी रोग (एसएआरआई) सहित श्वसन संबंधी बीमारियों के लिए निगरानी बढ़ाने तथा एचएमपीवी की रोकथाम के बारे में जागरूकता फैलाने की सलाह दी है। भारत में अभी तक 7-10 केस आए हैं। शिशुओं, वृद्ध वयस्कों पर अटैक कर सकता है। देश भर में इस श्वसन वायरस चल रहा है। शिशुओं में लक्षण अधिक गंभीर हो सकते हैं।

HMPV Cases in India: ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) क्या है-

एचएमपीवी को वैश्विक स्तर पर श्वसन संबंधी वायरस कहा जाता है। संक्रामक रोगाणु है जो किसी भी आयु वर्ग के लोगों में श्वसन संबंधी संक्रमण का कारण बन सकता है। राज्यों को यह भी सलाह दी गई कि वे वायरस के संक्रमण की रोकथाम के बारे में लोगों के बीच सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) तथा जागरूकता को बढ़ाएं जैसे कि साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोना, गंदे हाथों से आंख, नाक या मुंह को नहीं छूना, रोग के लक्षण वाले लोगों के साथ निकट संपर्क से बचना और खांसते एवं छींकते समय मुंह एवं नाक को ढंकना।

HMPV Cases in India: एचएमपीवी परीक्षण और लागत-

एचएमपीवी परीक्षण के लिए बायोफायर पैनल जैसी उन्नत नैदानिक ​​विधियों की आवश्यकता होती है, जो एक ही परीक्षण में एचएमपीवी सहित कई रोगजनकों की पहचान कर सकती है। भारत में कई निजी प्रयोगशालाएँ इस परीक्षण की पेशकश कर रही हैं। ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस आरटी पीसीआर परीक्षण डॉ. लाल पैथलैब्स, टाटा 1एमजी लैब्स और मैक्स हेल्थकेयर लैब जैसी प्रमुख प्रयोगशालाओं में 3,000 रुपये से 8,000 रुपये तक हो सकता है। एचएमपीवी, एडेनोवायरस, कोरोनावायरस 229ई और कोरोनावायरस एचकेयू1 शामिल हैं, कुल लागत 20,000 रुपये तक जा सकती है। परीक्षण के लिए नमूना प्रकार में नासॉफिरिन्जियल स्वैब, थूक, ब्रोन्कोएल्वियोलर लैवेज (बीएएल), या ट्रेकिअल एस्पिरेट शामिल हैं।

HMPV Cases in India: सर्दियों के महीनों में वृद्धि

श्वसन संबंधी बीमारियों में आमतौर पर सर्दियों के महीनों में वृद्धि देखी जाती है और देश ऐसे मामलों में किसी भी संभावित वृद्धि की आशंका को लेकर पूरी तरह तैयार है। बैठक के दौरान बताया गया कि आईसीएमआर-वीआरडीएल प्रयोगशालाओं में पर्याप्त नैदानिक ​​सुविधाएं उपलब्ध हैं।

HMPV Cases in India: एचएमपीवी इलाज के लिए कोई विशिष्ट एंटीवायरल दवाएं नहीं

घरघराहट, सांस की तकलीफ और निमोनिया शामिल हैं। सायनोसिस या होठों या उंगलियों पर नीलापन, अधिक गंभीर मामलों में भी दिखाई दे सकता है। एचएमपीवी के इलाज के लिए कोई विशिष्ट एंटीवायरल दवाएं नहीं हैं। हल्के लक्षणों वाले अधिकांश व्यक्ति घर पर आराम कर कंट्रोल कर सकते हैं। अधिक होने पर  अस्पताल में भर्ती हो। सांस लेने में सहायता के लिए नाक की नली या मास्क के माध्यम से पूरक ऑक्सीजन प्रदान की जा सकती है। अंतःशिरा तरल पदार्थ: जलयोजन बनाए रखने के लिए IV तरल पदार्थ दिए जा सकते हैं।

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