खून में तेजी से हीमोग्लोबिन, प्लेटलेट्स बढ़ाती हैं ये 30 चीजें, एनीमिया, थकान, कमजोरी, खून की कमी होगी दूर
By उस्मान | Updated: October 8, 2019 15:30 IST2019-10-08T15:30:51+5:302019-10-08T15:30:51+5:30
थकान, कमजोरी, सांस का फूलना, चक्कर आना, सिर दर्द, त्वचा का पीला होना, भंगुर नाखून, दिल की धड़कन बढ़ना, भूख न लगना जैसे लक्षण महसूस होने पर तुरंत ये चीजें खाना शुरू कर देनी चाहिए.

खून में तेजी से हीमोग्लोबिन, प्लेटलेट्स बढ़ाती हैं ये 30 चीजें, एनीमिया, थकान, कमजोरी, खून की कमी होगी दूर
खून में हीमोग्लोबिन नामक एक पदार्थ होता है, जो खून को स्वस्थ बनाने का काम करता है। यह शरीर में बीमारियों से लड़ने की क्षमता को भी बढ़ाता है। यह लौह युक्त प्रोटीन है, जो शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह को संतुलित करता है। इसका मुख्य काम हमारे फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन पहुंचाना है।
हीमोग्लोबिन कम होने के संकेत और लक्षण
इसकी कमी से आपको कई समस्याएं हो सकती हैं जिसमें थकान, कमजोरी, सांस का फूलना, चक्कर आना, सिर दर्द, त्वचा का पीला होना, भंगुर नाखून, दिल की धड़कन बढ़ना, भूख न लगना और एनीमिया शामिल हैं।
हीमोग्लोबिन की सामान्य रेंज
सवाल यह है कि खून में हीमोग्लोबिन लेवल कितना होना चाहिए। एक्सपर्ट के अनुसार, पुरुषों में इसका लेवल 14 से 18 मिलीग्राम, महिलाओं में 12 से 16 मिलीग्राम होना चाहिए। अगर आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बहुत ज़्यादा घट जाती है तो आप एनीमिया से भी पीड़ित हो सकते हैं और इसके लक्षण गंभीर हो सकते हैं।
हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने के लिए खायें ये चीजें
नेशनल एनीमिया एक्शन काउंसिल के अनुसार, आयरन की कमी हीमोग्लोबिन लेवल कम होने का सबसे बड़ा कारण है। यही वजह है कि एक्सपर्ट आयरन से भरपूर चीजें जैसे कलेजी, लाल मांस, झींगा, टोफू, पालक, बादाम, खजूर, मसूर, अनाज, बादाम, कस्तूरी, गाजर और शतावरी खाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा आप आयरन सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।
प्लेटलेट्स छोटी प्लेट के आकार की कोशिकीय रचना होती हैं जो रक्त के द्वारा प्रवाहित होती रहती हैं और घाव भरने की प्रक्रिया, रक्त का थक्का जमाने और अन्य आवश्यक शारीरिक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। प्लेटलेट्स की कमी होने का नुकसान आपके शरीर एवं स्वास्थ्य को भुगतना पड़ता है। कई मामलों में इसका कम होना मौत का कारण बन सकता है।
प्लेटलेट्स काउंट की सामान्य रेंज
एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में 5 से 6 लीटर खून होता है, जो मुख्यत: तरल पदार्थ, लाल व सफेद रक्त कोशिकाओं के अलावा कई अन्य तत्वों से मिलकर बना होता है, जिनमें प्लेटलेट्स भी शामिल हैं। जब ब्लड में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है तो उस स्थिति को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहते हैं।
अगर प्लेटलेट्स की संख्या 10,000 से कम हो जाए तो ब्लीडिंग की आशंका बढ जाती है। आनुवंशिक रोगों, कीमोथेरेपी के अलावा डेंगू, टाइफाइड, मलेरिया व चिकनगुनिया के होने पर भी ब्लड में प्लेटलेट्स की संख्या अगर 10,000 से कम हो जाए तो मरीज को अलग से प्लेटलेट चढ़ाए जाने की जरूरत होती है।
प्लेटलेट्स काउंट के संकेत और लक्षण
प्लेटलेट्स काउंट कम होने पर आपको हलके कटने या छिलने पर ब्लीडिंग होते रहना, नाक से खून आना, मुंह या मसूड़ों से ब्लीडिंग होना, पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होना, मूत्र या मल में रक्त आना, बिना किसी कारण के नील पड़ना और त्वचा पर छोटे लाल दाने होना शामिल हैं।
प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने के लिए खायें ये चीजें
खानपान के माध्यम से आप आसानी से प्लेटलेट्स की संख्या में इजाफा कर सकते हैं। प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने के लिए आपको विटामिन के से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए। इसमें मुख्यतः अजमोद, केल, तुलसी, सरसों का साग, पालक, गाजर, किशमिश, बीन्स, पपीता, पपीते की पत्तियां, लहसुन, अनार, ब्रोकोली, अजवाइन, शतावरी, भिंडी और गोभी जैसी चीजें शामिल हैं।

