क्या आप भी इस तरीके से बनाते हैं खाना? तो अभी हो जाइए सावधान वरना कैंसर का मरीज बना सकती है ये आदत
By अंजली चौहान | Published: June 22, 2023 08:05 PM2023-06-22T20:05:43+5:302023-06-22T20:07:21+5:30
खाना बनाते वक्त हमें इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए जिससे हमें कैंसर जैसी बीमारी से बचने में मदद मिल सकें।
Healthy Cooking Tips: घर का खाना सबसे ज्यादा सेहतमंद माना जाता है। अक्सर डॉक्टर्स हमें सलाह देते हैं कि बाहर का खाना छोड़ कर घर का खाना खाए जिससे आप स्वस्थ्य रहें लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में बनाए गए खाने से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का खतरा बढ़ सकता है? नहीं न!
दरअसल, आपके खाना बनाने का तरीका कैंसर को न्योता दे सकता है। जी हां ये बात हैरान करने वाली लगती है लेकिन बिल्कुल सच है। रिसर्च के अनुसार, खाना बनाने के तरीके कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
हालांकि, यह समझना जरूरी है कि कैसे और किस तरह इस जोखिम को कम किया जा सकता है। आइए बताते हैं आपको खाना पकाना कैसे कैंसर को बढ़ावा देता है और इसे कैसे रोके...
तेज आंच पर न पकाएं खाना: जानकारों का मानना है कि तेज आंच पर खाना पकाना खतरनाक साबित हो सकता है। यह कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है। अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपनी एक शोध में पाया है कि घरों में जिस तरह से खाना पकाया जाता है उसका कनेक्शन सीधे तौर पर कैंसर बीमारी से होता है।
ज्यादा पका खाना खाने से करें परहेज: जब भी हम खाने को तेज आंच पर और बार-बार पकाते हैं तो उसमें मौजूद विटामिन, आयरन, खनिज, वसा और कार्बोहाइट्रेड जैसे पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं जिससे आपका भोजन पोष्टिक नहीं रहता।
बार-बार खाने को न पकाएं: वैज्ञानिकों की माने तो तेज आंच पर बार-बार कोई भी खाना पकाना खतरनाक साबित हो सकता है। रेड मीट और डीप फूड्स इसी तरह से बनाए जाते है इसलिए इन्हें खाने से कैंसर का खतरा काफी बढ़ जाता है।
कैसे तेज आंच पर बना खाना खाने से कैंसर होता है?
वैज्ञानिकों की माने तो अगर कोई खाना ज्यादा पका है तो उसमें से कुछ तत्व रिलीज होते हैं। जो पाचने के दौरान डीएनए तक पहुंच जाते हैं। इससे कैंसर को बढ़ावा देने वाले तत्व सक्रिय हो सकते हैं। यह तत्व डीएनए को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं और कैंसर और दूसरी बीमारियों का कारण भी बनते हैं।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सभी जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है। इस लेख में दिए गए सुझाव की लोकमत हिंदी पुष्टि नहीं करता। किसी भी तरह की सलाह मानने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)