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Health Tips: अगर आप सफेद चावल के है फैन और डेली खाते है राइस तो खाने से पहले जान लें यह जरूरी बातें

By आजाद खान | Updated: August 18, 2022 16:22 IST

जानकारों की माने तो सफेद चावल एक रिफाइंड ग्रेन होता है और इसमें बैड कार्ब भी पाए जाते है जिससे शरीर को नुकसान पहुंचता है।

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ठळक मुद्देचावल को अधिकतर लोग खाते है और यह सबसे पसंदीदा डाइट माना जाता है।सफेद चावल के मुकाबले ब्राउन राइस हेल्थ के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है।इसके इस्तेमाल के कुछ फायदे हौ तो कुछ नुकसान भी है।

Side Effects White Rice: चावल एक ऐसा डाइट है जिसे हर कोई खाता है और अधिकतर लोगों को यह बहुत पसंद होता है। इसे आप किसी भी चीज में मिलाकर एक अच्छा डिश बना सकते है। ये चावल खाने में तो बहुत स्वादिष्ट होते है लेकिन ये आपके सेहत को भी नुकसान पहुंचाते है। ऐसे में आइए जानते है कि चावल के क्या-क्या है फायदे और इससे क्या नुकसान होता है। 

ईट दिस नॉट दैट के मुताबिक, ब्राउन राइस के मुकाबले सफेद चावल कम हेल्थी होता है। ऐसा इसलिए सफेद चावल एक रिफाइंड ग्रेन होता है और इसमें बैड कार्ब भी पाए जाते है जिससे शरीर को नुकसान पहुंचता है। तो आइए जानते है कि हम जो चावल खाते है, उसके क्या-क्या फायदे है और वह हमारे शरीर के लिए कितना खतरनाक है। 

सफेद चावल के फायदे-नुकसान (White Rice Side Effects -Benefits)

1. सफेद चावल में पाए जाते है अधिक कैलोरी (More Calorie)

सफेद चावल में अधिक कैलोरी पाए जाते है जो हमारे शरीर को एनर्जी देने में का काम करती है। इसमें कई और अन्‍य न्‍यूट्रिशनल तत्‍व भी पाए जाते है जिससे शरीर को ताकत और एनर्जी भी मिलती है। फॉलेट को छोड़कर इसमें विटामिन बी के हर रुप पाए जाते है जो शरीर के लिए अच्छा माना जाता है। 

लेकिन अगर किसी को कैलोरी से परहेजी है तो उसे सफेद चावल नहीं खाना चाहिए। इससे उनके शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ सकती है जिससे उनकी हालत खराब भी हो सकती है।

2. चावल में होता है आर्सेनिक (Arsenic)

चावल में आर्सेनिक पाया जाता है जो शरीर के लिए हानिकारक होता है। ऐसे में ब्राउन राइस की तुलना में सफेद चावल में कम आर्सेनिक पाया जाता है, लेकिन आर्सेनिक हर तरह के चावल में पाया जाता है। 

किसी चावल में कितना आर्सेनिक है, यह उस चावल के वैरायटी पर निर्भर करता है, ऐसे में यह देखा गया है कि बासमती राइस और जापानीज सूशी राइस में कम आर्सेनिक पाया जाता है। 

3. हड्डियों को करता है मजबूत (Strong Bones)

मैग्‍नीशियम की मात्रा ज्यादा होने के कारण चावल शरीर के हड्डियों को मजबूत बनाता है और इससे बोन्स में लचक भी आती है। यही कारण है कि ऐसा कहा जाता है कि अगर सही मात्रा में चावल का सेवन किया जाए तो इससे बोन फ्रेक्‍चर की संभावनाए कम की जा सकती है। 

4. मेटाबॉलिक सिंड्रोम (Metabolic Syndrome)

एक स्टडी में यह खुलासा हुआ है कि सफेद चावल और मेटाबॉलिक सिंड्रोम आपस में जुड़े है। इनकी इसी कनेक्‍शन के कारण आप में हार्ट डिजीज, हार्ट स्‍ट्रोक और टाइप टू डायबिटीज की समस्या भी हो सकती है। यह आपके शरीर में कोलेस्‍ट्रॉल और ब्‍लड प्रेशर को ज्यादा करने में भी काम करता है। 

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)

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