प्रेगनेंसी में सही डाइट और पूरा आराम करने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर से लेकर घर के बड़े बुजुर्ग तक कई तरह के टिप्स फॉलो करने को कहते हैं जिनकी मदद से गर्भवती और होने वाली संतान का स्वास्थ्य ठीक रहे। तो अगर आप गर्भवती हैं या आपकी जान पहचान में कोई स्त्री मां बनाने वाली है या अभी अभी मां बनी है तो उसे मछली के तेल' का सेवन करने की सलाह दें।
जी हां... अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुए एक शोध के अनुसार गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी के पहले दिन से ही मछली के तेल का सेवन करना आरम्भ कर देना चाहिए। ऐसा करने से उनकी सेहत पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और उनकी होने वाली संतान का विभिन्न प्रकार के रोगों से बचाव किया जा सकता है। लंदन के इम्पीरियल कॉलेज में किए गए एक शोध के मुताबिक जो गर्भवती महिलाएं अपनी प्रेगनेंसी के पहले सप्ताह से ही मछली के तेल का सेवन करना प्रारंभ कर देती हैं उनके होने वाले बच्चों का पाचन तंत्र मजबूत बनता है।
इसके अलावा बच्चों को अंडे से एलर्जी भी नहीं होती है। मछली के तेल में ओमेगा-3 की भरपूर मात्रा होती है जो पाचन तंत्र को तो मजबूत बनाता ही है, साथ ही बच्चे के दिमागी विकास के लिए भी फायदेमंद होता है। लंदन में हुए इस शोध के अनुसार यहां 20 में से एक बच्चे को अंडे और गेहूं जैसे पदार्थों से एलर्जी होती है। इस एलर्जी को कम करने के लिए और बच्चे का स्वास्थ्य भी अच्छा रहे, इसके लिए शोधकर्ताओं की सलाह है कि गर्भवती को सही मात्रा में मछली के तेल का सेवन जरूर करना चाहिए।
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मछली के तेल का सेवन करने के अन्य लाभ
- मछली के तेल में मौजूद ओमेगा-3 कार्डियोवस्कुलर बीमारियों को कम करने में मदद करता है। इसके सेवन से हृदय को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है- मछली के तेल में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारे शरीर में मौजूद टोक्सिन एसिड्स को बाहर करता है और हमें अन्दर से मजबूत बनाताकर हमारे इम्यून सिस्टम को दुरुस्त बनाता है- गठिया के रोगियों के लिए रामबाण इलाज है मछली का तेल। यह तेल एंजाइमों के प्रभाव को कम कर गठिया रोग से लड़ने की ताकत प्रदान करता है