ये बुरी आदत उड़ा रही है आपकी नींद, डायबिटीज, बीपी का खतरा, 5 तरीके दिलाएंगे सुकून की नींद

By उस्मान | Published: November 23, 2019 07:19 AM2019-11-23T07:19:56+5:302019-11-23T07:19:56+5:30

अपर्याप्त नींद की वजह से बहुत से लोग मानसिक बीमारी समेत डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का सामना कर रहे हैं।

cuases of sleep apnea, risk factors, side effects, tips to better sleep | ये बुरी आदत उड़ा रही है आपकी नींद, डायबिटीज, बीपी का खतरा, 5 तरीके दिलाएंगे सुकून की नींद

ये बुरी आदत उड़ा रही है आपकी नींद, डायबिटीज, बीपी का खतरा, 5 तरीके दिलाएंगे सुकून की नींद

सोने से पहले लैपटॉप, टैब्लेट्स, स्मार्ट फोन और ई-बुक का इस्तेमाल बढ़ गया है। नतीजतन दुनिया में 45 फीसदी लोगों को नींद से जुड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए नींद बहुत जरूरी है। अपर्याप्त नींद की वजह से बहुत से लोग मानसिक बीमारी समेत डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का सामना कर रहे हैं। 

रोजाना आठ घंटे की नींद जरूरी

पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर राजेश स्वर्णकार के अनुसार, वयस्कों के लिए सात से आठ घंटे नींद पर्याप्त होती है।इसके बाद जबरन सोने का प्रयास नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भोजन के बाद कैफिनयुक्त पेय नहीं पीना चाहिए। सोने से पहले शराब का सेवन न करें। शाम के बाद धूम्रपान अथवा किसी भी प्रकार के निकोटिन का सेवन न करें। 

अगर आपको अच्छी नींद आती है, तो समझिए कि आपके साथ सब ठीक है। यह बात कई वैज्ञानिक शोधों में प्रमाणित हो चुकी है कि भरपूर नींद लेने से आप ज्यादा स्वस्थ और सुंदर हो सकते हैं। गहरी नींद सोने वाला व्यक्ति दिन भर तरोताजा महसूस करता है और उसका मन भी प्रसन्न रहता है। आइए हम आपको बताते हैं कि भरपूर नींद लेने के क्या फायदे हैं।

Sleep Lessens
Sleep Lessens

वजन रहता है नियंत्रित

कम सोने वालों की अपेक्षा ज्यादा और बिना किसी चिंता के दिमाग शांत कर के सोने वालों का वजन संतुलित रहता है। रिसर्च से यह बात सामने आई है कि पांच घंटे की नींद लेने वाले लोगों में भूख बढ़ाने वाले हार्मोन्स 15 प्रतिशत अधिक रिलीज होते हैं जिससे उनके वजन पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। जबकि आठ घंटे पूरी नींद लेने वालों में हार्मोन्स की यह मात्रा सामान रहती है। 

काम करने की स्पीड पर पड़ता है प्रभाव

रात में कम लेने वालों के काम करने की क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है। गहरी नींद लेने वाले दूसरे दिन चुस्ती और ताजगी महसूस करते हैं। साथ ही शरीर में रोगों से लड़ने वाली कोशिकाएं भलीभांति काम करती हैं। जिससे काम करने की क्षमता बढ़ जाती है। 

अच्छी होती है याद्दाश्त

पर्याप्त नींद लेने का सकारात्म्क असर याद्दाश्त पर भी पड़ता है। 8 घंटे की नींद सोने वाले लोग सीखी हुई चीजों को अच्छी तरह से याद रख पाते हैं। जबकि देर रात तक काम करने वाले लोगों की सोचने की क्षमता कम हो जाती है। तो समय के साथ आपकी याद्दाश्त को सही रखना हो तो भरपूर नींद लेना शुरू कर दीजिये।

बीमारियों से बचाव

गहरी नींद सोकर उठने पर आप स्वयं को तरोताजा तो महसूस करते ही हैं, साथ ही शरीर में रोगों से लड़ने वाली कोशिकाएं भलीभांति काम करती है। जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। भरपूर नींद सोने वालों में सर्दी जुकाम और अल्सर जैसी बीमारियां भी कम होती हैं।

 

बच्चों की मानसिकता पर प्रभाव

पर्याप्त नींद न लेने से किशोरों में डिप्रेशन और आत्मविश्वास की कमी आ जाती है। आठ घंटे से कम नींद लेने वाले किशोरों में सिगरेट और शराब की लत ज्यादा पाई जाती है। साथ ही कम नींद लेने वाले विद्यार्थी बात-बात पर उग्र होकर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। जबकि पर्याप्त नींद लेने वाले किशोर इन सब से दूर रहते है।

इसके अलावा भरपूर नींद ना लेने से आंखो में सूजन होना, स्मरण शक्ति में कमी आना, आलस्य, थकान, तनाव, कमजोरी, डायबिटीज, मोटापा, और हाई ब्ल्डप्रेशर आपको घेर सकती हैं इसलिए स्वस्थ रहने के लिए भरपूर नींद लेने बेहद जरूरी है।

बेहतर नींद के लिए आजमायें ये तरीके

1) खर्राटे रोधी उत्पाद- खर्राटे रोधी उत्पाद काफी लोकप्रिय उपकरण हैं, जिससे लोग (और उनके रूममेट्स) आरामदायक नींद के लिए प्रयोग कर सकते हैं। खर्राटे लेना एक शर्मनाक आदत है जो न केवल अच्छे स्वास्थ्य की कमी को इंगित करता है, बल्कि दूसरों के लिए बहुत असुविधा का कारण बनता है। 

2) मेमोरी फोम गद्दे- बेशक सुखद नींद के लिए यह सबसे लोकप्रिय उत्पाद है, शहरी भारत गद्दे की मांग कर रहा है जो आनंदमय नींद प्रदान करते हैं। यह शरीर के आकार के रीढ़ को सहायता प्रदान करके गहरी नींद देने में सक्षम होते हैं, साथ ही इनके प्रयोग से यह सुनिश्चित होता है कि सो रहा व्यक्ति अनावश्यक रूप से करवट न ले।

3) मिंट फ्लेवर्ड थ्रोट स्प्रे- एक अनूठा फार्मूला जो पूरी रात गले को पीछे से आराम देता है, यह नरम ऊतकों की हलचल को कम करता है जो खर्राटों का कारण बनते हैं। गले के स्प्रे उन लोगों के लिए बहुत मददगार होते हैं जो अपनी पीठ के बल सोते समय खर्राटे लेते हैं।

4) ध्वनि कम करने वाले उत्पाद- यह देखा गया है कि शहरी परिवेश में आवाज के कारण नींद की कमी होती है। नींद से जुड़ी समस्याओं से निपटने के लिए ध्वनि रेड्यूसर शहरी अनिद्रा के लिए एक मददगार सहयोगी साबित होता है।

5) स्लीप मास्क- स्लीप मास्क उन लोगों के लिए एक बड़ी मदद है जो कम से कम प्रकाश की उपस्थिति और अपनी आंखों को बंद करने में हो रही दिक्कत महसूस करते हैं।

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