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COVID gastrointestinal symptoms: कोरोना होने पर महसूस हो सकते हैं पेट से जुड़े ये 5 लक्षण, तुरंत टेस्ट कराएं

By उस्मान | Updated: April 30, 2021 13:59 IST

कोरोना वायरस के इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें

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ठळक मुद्देकोरोना वायरस के इन लक्षणों को नजरअंदाज न करेंभूख में कमी होने पर सतर्क हो जाएं दस्त पर भी रखें नजर

कोरोना वायरस की दूसरी लहर में अलग-अलग तरह के लक्षण देखे जा रहे हैं। कोरोना की वजह से मरीजों में पाचन संबंधी समस्याएं और जटिलताएं भी देखी जा रही हैं। कोरोना के ठीक कुछ लोगों ने गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल यानी जठरांत्र समस्याओं की शिकायत की है। यह पेट की समस्याओं की बीमारी है। 

पाचन सिस्टम को कैसी प्रभावित करता है कोरोनाटीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस हालांकि श्वसन तंत्र में प्रवेश करता है और संक्रमित करता है, जिससे खांसी, सांस लेने में तकलीफ और सांस लेने में कठिनाई होती है। लेकिन यह शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है।

लैंसेट के एक अध्ययन के अनुसार, चीन के वुहान के एक अस्पताल में भर्ती 41 रोगियों में से एक ने दस्त को कोरोना के लक्षण के रूप में बताया। जून 2020 में, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने दस्त, मतली और उल्टी को कोरोना के प्राथमिक लक्षणों के रूप में सूचीबद्ध किया था।

कोरोना से जुड़े गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल के लक्षणकोरोना से पीड़ित लोगों में जठरांत्र संबंधी समस्याओं के लक्षण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं। लेकिन कुछ संकेत ऐसे हैं जो अधिकतर रोगियों में देखे जा रहे हैं। कोरोना रोगियों में देखे जा रहे है सबसे आम लक्षणों में पाचन संबंधित समस्याएं हैं।

दस्त और पेट दर्दशोध में पाया गया है कि 5 में से 1 कोरोना रोगियों में पेट में गड़बड़ी पैदा होती है। आमतौर यह समस्या दस्त और पेट दर्द के कारण होती है। इसके अलावा कुछ अध्ययनों से पता चला है कि ये लक्षण कोरोना वायरस की वजह से भी हो सकते हैं।

भूख में कमीकोरोना आपके खाने की आदतों को प्रभावित कर सकता है। विशेष रूप से अगर आप गंध और स्वाद के नुकसान का अनुभव कर रहे हैं, तो संभव है कि आपको भूख भी कम लगे। चीन में किए गए एक शोध के अनुसार, देश में कोरोना के 80 प्रतिशत रोगियों ने भूख कम लगने की रिपोर्ट की।

जी मिचलानागैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण वाले लोगों को भूख में कमी और उनकी आंत में असुविधा होती है, इससे अक्सर मतली और उल्टी की भावना पैदा हो सकती है। वुहान में किए गए एक शोध के अनुसार, कोरोना के 10% रोगियों में बुखार विकसित होने के 2 दिन पहले मतली और दस्त होते हैं।

देश में कोविड-19 के 3,86,452 नए मामलेदेश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 3,86,452 नए मामले आने से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,87,62,976 हो गयी है, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 31 लाख को पार कर गयी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 3,498 और मरीजों की मौत हो गयी। संक्रमण से अब तक 2,08,330 लोग दम तोड़ चुके हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 31,70,228 हो गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 16.90 प्रतिशत है। 

लोगों के ठीक होने की दर घटकर 81.99 प्रतिशत हो गयी है। आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक 1,53,84,418 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि, मृत्यु दर 1.11 प्रतिशत है।

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