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दुनिया के 56 देशों में 10 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण नहीं, जब तक सभी को कोविड का टीका नहीं लग जाता कोई सुरक्षित नहीं, जॉन हॉप्किन्स वैज्ञानिक बोले

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: April 21, 2022 19:39 IST

जॉन हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में संक्रामक रोग विभाग की प्रमुख और मेडिसिन की प्रोफेसर अमित गुप्ता ने इस बात पर जोर दिया कि जब तक सभी का टीकाकरण नहीं हो जाता है कोई कोविड से सुरक्षित नहीं है।

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ठळक मुद्देमरीजों पर नजर रखने से बीमारी की गंभीरता का स्तर पता चल सकता है।समर्थन में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप का उदाहरण दिया।दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में पिछले साल नवंबर में सामने आया और वहां से पूरी दुनिया में फैला।

नई दिल्लीः जॉन हॉप्किन्स की वैज्ञानिक अमित गुप्ता का कहना है कि असमान टीकाकरण भारत सहित पूरी दुनिया के लिए मुद्दा है और भारत में जहां अभी तक दो फीसद से भी कम आबादी को बूस्टर खुराक दी गयी है वहीं दुनिया के 56 देशों में अभी तक 10 प्रतिशत लोगों का भी टीकाकरण नहीं हुआ है।

 

जॉन हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में संक्रामक रोग विभाग की प्रमुख और मेडिसिन की प्रोफेसर गुप्ता ने इस बात पर जोर दिया कि जब तक सभी का टीकाकरण नहीं हो जाता है कोई कोविड से सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों पर नजर रखने से बीमारी की गंभीरता का स्तर पता चल सकता है।

उन्होंने अपनी बात के समर्थन में कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप का उदाहरण दिया। गुप्ता ने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि टीकाकरण की कमी के कारण यह बेहद संक्रामक स्वरूप दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में पिछले साल नवंबर में सामने आया और वहां से पूरी दुनिया में फैला।

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के अन्य स्वरूप भी ऐसी ही प्रवृत्ति दर्शाएंगे। ईमेल के माध्यम से दिए गए साक्षात्कार में गुप्ता ने कहा, ‘‘दुनियाभर में टीकाकरण में असमानता भारत और विश्व दोनों ही जगह मुद्दा है। उदाहरण के लिए अफ्रीका महाद्वीप में फिलहाल 20 फीसद से भी कम आबादी का टीकाकरण हुआ है।

अफ्रीका में ऐसे देश भी हैं जहां दो प्रतिशत से भी कम आबादी को टीका लगा है।’’ उन्होंने कहा कि ऐसे में जबकि रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो रही है और कोविड के नये स्वरूप सामने आ रहे हैं, समस्त लोगों का पूर्ण टीकाकरण और बूस्टर खुराक लगवाना पहले से ज्यादा जरूरी हो गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘महज कुछ देशों में पूर्ण टीकाकरण पर्याप्त नहीं है। महामारी को रोकने के लिए सभी देशों के स्वास्थ्य कर्मियों और ज्यादा संवेदनशील आबादी का पूर्ण टीकाकरण आवश्यक है।’’ अमिता गुप्ता ने कहा कि भारत में कुछ ऐसी जगहें हैं जहां तक पहुंचना मुश्किल है और जो लोग पात्र हैं उन्हें तत्काल बूस्टर डोज लगाना जरूरी है। 

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