Covid-19 vaccine: ट्रायल में कोरोना के टीके लगवाने वाली नर्स ने बताए महसूस हुए 5 लक्षण, एक लक्षण था बेहद गंभीर
By उस्मान | Updated: December 8, 2020 13:18 IST2020-12-08T13:09:05+5:302020-12-08T13:18:12+5:30
क्या कोरोना वायरस वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं ? जानिये आपको टीकाकरण के लिए कैसे तैयार रहना चाहिए

कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स
कोरोना वायरस से निपटने के लिए अब पूरी दुनिया को बस वैक्सीन का इंतजार है। दुनियाभर में करीब 50 वैक्सीन पर काम चल रहा है और करीब 13 वैक्सीन का ट्रायल अंतिम चरण में है। माना जा रहा है कि अगले साल की शुरुआत में कोई न कोई टीका आ सकता है।
ट्रायल के दौरान कई वैक्सीन के दुष्प्रभाव की खबरें भी देखने को मिली हैं। इस बीच कोरोना वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल में हिस्सा लेने वाली एक अमेरिकी नर्स ने ट्रायल के दौरान टीके लगवाने और उसके बाद महसूस हुए लक्षणों को लेकर अपने अनुभव शेयर किये हैं।
तीसरे चरण के परीक्षण में कोरोना का टीका लगवाने के बाद एक अमेरिकी नर्स क्रिस्टन चोई अपने अनुभव शेयर किये हैं। उन्होंने बताया कि उसे कई संभावित दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ा। वह कहती हैं कि उनके अनुभव बताने का मकसद यह है कि टीकाकरण शुरू होने से पहले लोगों को इसके दुष्प्रभावों को झलने के लिए तैयार रहना चाहिए।
वेबएमडी की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूसीएलए में स्कूल ऑफ नर्सिंग में काम करने वाली नर्स चोई ने कहा, 'इन लक्षणों में सबसे ज्यादा बुखार था जिसे मैं हमेशा याद रख सकती हूं और इससे मुझे डर लगता है।
टीका लगने के बाद महसूस हुए ये लक्षण
चोई ने अगस्त में फाइजर की कोविड-19 वैक्सीन ट्रायल में अपनी मर्जी से हिस्सा लिया था। जब वह सितंबर में दूसरी खुराक के लिए वापस आई तो उसे व्यथित लक्षणों का अनुभव होने लगा।
उसने लक्षणों का अनुभव जामा इंटरनल मेडिसिन में साझा किया है। उन्होंने लिखा कि परीक्षण के दौरान उसे इंजेक्शन लगने के तुरंत बाद दर्द शुरू हो गया। रात में उसने हल्का ठंडा, मिचली और एक अलग तरह का सिरदर्द जैसे लक्षण महसूस किये।
जन वह आधी रात को उठी तो उसके लक्षण बढ़ने लग गए थे। जिस तरफ इंजेक्शन लगा था, उस तरफ बांह को हिलाना मुश्किल हो रहा था। जब वो सुबह 5:30 बजे सोकर उठी तो उसके शरीर का तापमान 104।9 डिग्री सेल्सियस था। कमाल की बात यह है कि अगली सुबह तक सभी लक्षण गायब हो गए थे। अब तक बस गले में खराश और बांह में दर्द था।
क्योंकि ट्रायल में उसे कुछ दिखया नहीं गया था इसलिए चोई को यह नहीं बताया गया था कि क्या उसे वैक्सीन या प्लेसिबो मिला है। हालांकि टीका लगने के बाद महसूस होने वाले संभावित दुष्प्रभावों के बारे में उन्हें पूरी जानकारी थी।
उसके लक्षणों को जानने के बाद मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर टीका लगने के बाद किसी को इस तरह के लक्षण महसूस होते हैं तो उन्हें इसके लिए तैयार रहना होगा। उन्हें ऐसी तैयारी करनी होगी, जहां मरीजों को उसका सही निदान मिल सके।
हालांकि चोई ने स्पष्ट किया है कि उनका अनुभव शेयर करने के यह मतलब नहीं है कि टीका बना रहे प्रदाताओं के प्रयास को कम करके आंका जाना चाहिए। बल्कि इसलिए है कि उन्हें रोगियों को आश्वस्त करना चाहिए कि लक्षण इसलिए आते हैं क्योंकि शरीर वायरस से लड़ने के लिए खुद को प्रशिक्षित कर रहा है।
कोरोना के मरीज 7 करोड़ के करीब
कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस खतरनाक वायरस से दुनियाभर में अब तक 67,956,925 संक्रमित हो गए हैं और इनमें से 1,550,562 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि 47,043,904 लोग सही भी हुए हैं. इससे सबसे अधिक अमेरिका प्रभावित हुआ है। इसके बाद भारत और ब्राजील सबसे अधिक प्रभावित देशों में हैं।

