लाइव न्यूज़ :

भारत में कोविड-19 के मामले बढ़कर 92.66 लाख, टीकाकरण के लिए 'मिशन कोविड सुरक्षा' शुरू

By उस्मान | Updated: November 26, 2020 12:46 IST

कोरोना वायरस अपडेट : जानिये देश में कोरोना वायरस के टीकाकरण के लिए क्या तैयारियां चल रही हैं

Open in App
ठळक मुद्देमरीजों के ठीक होने की दर 93.66 प्रतिशत13.59 करोड़ से अधिक नमूनों की जांचदेश में मृतकों की संख्या बढ़कर 1,35,223 हुई

भारत में एक दिन में कोविड-19 के 44,489 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 92.66 लाख हो गए, जिनमें से 86.79 लाख लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अभी तक कोविड-19 के 92,66,705 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं 524 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,35,223 हो गई। 

4,52,344 लोगों का इलाज जारीदेश में अभी 4,52,344 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है। ये संख्या बुधवार को उपचाराधीन लोगों की संख्या से 7,598 अधिक है। हालांकि देश में लगातार 16 दिनों से उपचाराधीन लोगों की संख्या पांच लाख से कम है। आंकड़ों के अनुसार उपचाराधीन मामलों की संख्या कुल मामलों की 4.88 प्रतिशत है। 

मरीजों के ठीक होने की दर 93.66 प्रतिशतदेश में कुल 86,79,138 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 93.66 प्रतिशत हो गई है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.46 प्रतिशत है।

भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार चले गए थे। 

13.59 करोड़ से अधिक नमूनों की जांचभारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 25 नवम्बर तक 13.59 करोड़ से अधिक नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई, जिनमें से 10,90,238 नमूनों का परीक्षण बुधवार को ही किया गया।  

'मिशन कोविड सुरक्षा' शुरूसरकार ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए करीब पांच-छह संभावित टीके विकसित करने के प्रयासों में तेजी लाने में मदद के लिए 'मिशन कोविड सुरक्षा'  शुरू किया है। 

जैवप्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने कहा कि इसमें यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि टीकों को जल्द लाइसेंस मिलने की प्रक्रिया पूरी हो और इन्हें बाजार में उतारा जा सके। सरकार ने इस महीने की शुरुआत में टीकों के लिए 900 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की थी। 

बैठक में प्रधानमंत्री ने टीका आने के बारे में कोई समयसीमा नहीं दी और कहा कि सरकार इस दिशा में करीब से निगरानी रख रही है जहां कुछ संभावित टीके परीक्षण के अंतिम चरण में पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के लिए नागरिकों की सुरक्षा उतनी ही प्राथमिकता में होगी जितनी टीकाकरण कार्यक्रम की रफ्तार। 

जांच के लिए NIB अतिरिक्त केंद्र के तौर पर काम करेगाकेंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत आने वाला राष्ट्रीय जैविक संस्थान (एनआईबी) कोविड-19 के टीके की जांच के लिए अतिरिक्त केंद्र के तौर पर काम करेगा। इस बारे में एक राजपत्रित अधिसूचना जारी की गयी। 

एक अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 टीके की परीक्षण प्रक्रिया में तेजी लाने और टीका उपलब्ध हो जाने पर इसकी आपूर्ति बाधित नहीं हो, इस वजह से यह कदम उठाया गया है। 

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि महामारी के कारण पैदा आपात स्थिति से निपटने के लिए कोविड-19 का उपयुक्त टीका उपलब्ध कराना जरूरी है। इसलिए जनहित में यह आवश्यक है कि संक्रमण की रोकथाम के लिए टीका के जांच के काम में तेजी लायी जाए। यह अधिसूचना 30 नवंबर 2021 तक के लिए प्रभावी रहेगी।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ) 

टॅग्स :कोरोना वायरसकोविड-19 इंडियाहेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंट
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत