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COVID-19: बुखार, खांसी, जुकाम जैसे लक्षण हो गई पुरानी बात, कोरोना की पहचान करने का यह है सबसे आसान उपाय

By उस्मान | Updated: January 21, 2021 14:10 IST

कोरोना वायरस के लक्षण : एक नई रिसर्च में दावा किया गया है कि सूंघने की क्षमता प्रभावित होना कोरोना की पहचान का सबसे सरल तरीका है

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ठळक मुद्देएक साल बाद भी कोरोना की नई जानकारियां आ रही हैं सामनेजुकाम, खांसी और बुखार भी हैं कोरोना के कॉमन लक्षणलक्षण दिखने पर तुरंत जांच जरूरी

कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन से निकले इस खतरनाक वायरस से अब तक लगभग तीन लाख लोगों की मौत हो गई है और दस करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं और यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। 

कोविड-19 महामारी को आए एक साल हो गया है और अभी तक इसके बारे में नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं। कोरोना की पहचान के लिए अभी तक बुखार, खांसी, जुकाम और थकान सबसे आम लक्षण माने जा रहे थे। अब एक नए शोध के अनुसार, गंध का नुकसान कोरोना का सबसे अच्छा पूर्वानुमानक हो सकता है।

डेली एक्सिलेसर की एक रिपोर्ट के अनुसार, जर्नल केमिकल्स सेम्स में प्रकाशित दो नए अंतरराष्ट्रीय अध्ययनों के निष्कर्ष बताते हैं कि कोविड-19 रोगियों में अक्सर गंध की कमी होती है जो अक्सर लंबे समय तक रहती है।

इस अध्ययन में 23 देशों के 4,500 से अधिक कोविड-19 रोगियों ने शोधकर्ताओं के प्रश्नावली का जवाब दिया। अध्ययन में पाया गया कि गंध की भावना का औसत नुकसान 0-100 के पैमाने पर 79.7 था, जो एक बड़े संवेदी नुकसान को दर्शाता है। शोध में पाया गया कि गंध के नुकसान वाले लगभग आधे रोगियों में चालीस दिनों के बाद उनकी गंध की भावना वापस आ गई।

डेनमार्क के आरहूस यूनिवर्सिटी के अलेक्जेंडर विएक फेजेलडस्ट ने कहा, इस लक्षण के बारे में पता होना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह बीमारी का एकमात्र प्रमुख  लक्षण हो सकता है। 

शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि स्वाद की भावना भी काफी कम हो गई थी। इसे 0-100 के पैमाने पर 69.0 तक मापा गया है। शोधकर्ताओं ने कहा है कि गंध की हानि भोजन की सुगंध को महसूस करने की क्षमता को हटा देती है। साथ ही साथ अन्य इंद्रियों के नुकसान से यह समझना मुश्किल हो जाता है कि आप क्या खा रहे हैं। 

कोरोना वायरस के लक्षण कितने दिनों में नजर आते हैं ?

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति क्जिसी कोविड-19 मरीज के संपर्क में आया है या उसने किसी ऐसी सतह को छुआ है , जहां वायरस था तो व्यक्ति को औसतन 5-6 दिन या 1-14 दिनों के भीतर लक्षण महसूस हो सकते हैं।

यही कारण है कि ऐसे लोगों को वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कम से कम 14 दिनों के लिए अलग रहने, किसी से नहीं मिलने और घर पर रहने की सलाह दी जाती है। खासकर ऐसी जगहों पर, जहां परीक्षण आसानी से उपलब्ध नहीं है।

कोरोना वायरस के लक्षण महसूस होने पर क्या करना चाहिए?

अगर आपको इन दिनों में कोरोना वायरस का कोई भी लक्षण महसूस होता है, तो डॉक्टर या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करना चाहिए। आप जितनी जल्दी हो सके कोविड-19 टेस्ट कराने की कोशिश करें। 

ध्यान रहे कि जब तक टेस्ट नहीं हो जाता और रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब घर में अलग रहने की कोशिश करें। इस दौरान आप कोरोना के इलाज के लिए घर में विभिन्न आयुर्वेद्क उपाय आजमा सकते हैं। 

अगर लक्षण गंभीर हैं जैसे अगर आपको सांस की तकलीफ या छाती में दर्द या दबाव है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। अगर लक्षण हल्के हैं तो रिपोर्ट का इंतजार करें और घर पर ही उपचार करने की कोशिश करें।

यदि आप मलेरिया या डेंगू बुखार वाले क्षेत्र में रहते हैं, तो बुखार होने पर चिकित्सीय देखभाल लें। इस दौरान कहीं भी जाते समय चेहरे पर हमेशा मास्क पहनें। इसके अलावा अन्य लोगों से कम से कम 1-मीटर की दूरी पर रहें और अपने हाथों से सतहों को छूने से बचें।

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